अमरकंटक से नर्मदा अमृतकुंभ जनजागरण यात्रा
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pragyaabhiyan info शांतिकुंज प्रतिनिधि उदयभानजी ने जनजागरण संदेश में कहा कि समय रहते जागे अन्यथा मानवता पर संकट की भयाभय स्थिति निर्मित हो सकती है। नर्मदा में बासी फूल, घर का कुड़ा-कचरा विसर्जित करके प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। मां गंगा पाप धोते-धोते मैली हो जाती है, तो मां नर्मदा का स्नान कर पतित पावनी बनती है। ऎसी पाप नाशनी मां नर्मदा को हम अज्ञानतावश अपवित्र कर रहे हैं। उपजोन प्रभारी केसी शर्मा ने घाटों पर शुद्धता, स्वच्छता रखने की अपील की। महेन्द्र भावसार ने कहा मां नर्मदा निमाड़ की जीवन रेखा है, अगर हम सभी प्रदूषित करते रहे तो ताप्ति व शिप्रा नदी जैसी भयानक स्थिति बन सकती है।
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