घर को बारिश में भी रखें सुरक्षित

11 Sep 2010
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नई दिल्ली: बारिश के मौसम में धूप न मिलने के चलते आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनसे बचने के लिए आप अपने घर को बारिश के असर से बचाएं या इसे मानसून से पूरी सुरक्षा दें। घरों और बगीचों के लिए सबसे जरूरी पर्याप्त मात्रा में धूप का पहुंचना होता है। बारिश के मौसम में आपके घर में पर्याप्त मात्रा में धूप पहुंचे, इसके लिए कुछ छोटे-मोटे बदलाव करने पड़ें, तो उसे समय रहते करा लेना चाहिए।

स्काइलाइट वर्क्स के इस्तेमाल से बारिश के मौसम (और जाड़े में भी) में घर के अंदर अतिरिक्त रोशनी और गर्मी मिलती है। इसलिए घर बनाते समय सुरक्षा के तमाम फीचर्स को अपनाते हुए इसे लगाना चाहिए। बारिश के मौसम में भारी बारिश के साथ तेज हवा चलती है, इससे घर के अंदर खिड़की के सामने या नजदीक में लगी सजावटी चीजें या तो नीचे गिरकर टूट सकती हैं, या अपनी जगह से हिल सकती हैं। खिड़की के नजदीक शोकेस को खुला नहीं रखें, इससे सावधानीपूर्वक बंद रखे। खिड़की के नजदीक किसी खुले बर्तन में पानी नहीं रखे, हवा चलने पर यह फर्श पर गिरकर फैल जाएगा, इससे आस-पास रखी चीजें और कालीन भीग सकती हैं।

बड़े और महंगे कालीन को समेट कर कहीं दूसरी जगह सुरक्षित रख लें। हर कमरे में एक छोटा से पायदान रखें ताकि घर और कमरों में प्रवेश करने से पहले अपने भीगे पैर और जूते-चप्पल को उसमें पोंछा जा सके। ऐसे में अगर ड्योढ़ी, मुख्य बरामदा, प्रवेश द्वार पर जहां बारिश का पानी ज्यादा फैलता है वहां पानी सोखने वाला पायदान हो तो बेहतर है।

घर में नमी होने से कपड़ों, किताबों, फनीर्चर और लकड़ी, चमड़े से बनी एसेसरीज को नुकसान होने का खतरा रहता है। इन एसेसरीज में नमी से फंफूदी और दूसरी कई समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए इन एसेसरीज और दूसरी वस्तुओं को खिड़की-दरवाजों से दूर किसी सूखी जगह पर रखें। संभव हो तो हर पखवाड़े किताबों, कपड़ों, फनीर्चर और एसेसरीज को कुछ घंटों के लिए सीधे धूप में सुखाएं।

बारिश के मौसम में खुले बिजली के तारों और वायरिंग को ठीक करवाना बहुत जरूरी है। छत पर पानी न जमने दें। घर के आस-पास पानी जमने से दीवारों और घर की नींव को नुकसान पहुंचता है। बगीचा, छज्जा और छत पर पानी जमने वाले किसी भी स्थान को ठीक करवाएं। दरवाजों, खिड़कियों और दीवारों में आई दरारों को सील करें ताकि बारिश का पानी घर के अंदर न आ सकें और इन्हें नुकसान न पहुंचा सके। घर से निकलने वाले सीवर और नालियों की पूरी सफाई करें ताकि बाहर-भीतर का पानी घर में न जमे। अगर आप रेन हावेर्स्टिंग के तरीकों को अपनाने में रुचि रखते हैं, तो इस मानसून में आप बागीचों और छज्जों पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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