हचक के बरसा पानी

हचक के बरसा पानी
धान खेत टहके
खेत को मेड़ का बल मिला

पानी का करिश्मा
कि हरियाली है निरोग
थाली और खेत में

इतनी समानता
कि पाकर अन्न
दोनों होंय प्रसन्न

हचक के बरसा पानी
नदी-नार बलवान हो गए
गा-गा कर के
झींगुर-दादुर गुणवान हो गए!

Posted by
Get the latest news on water, straight to your inbox
Subscribe Now
Continue reading