जल संसाधन मंत्री का जवाब चौंकाने वाला

4 May 2012
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दिल्ली विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने कहा है कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्री ने दिल्ली के भूजल एवं उसके प्रदूषण के संबंध में 30 अप्रैल 2012 को एक सवाल के जवाब में संसद में जो जवाब दिया है, वह न केवल चौंकाने वाला, बल्कि दिल्लीवासियों के लिए चिंता का विषय है जवाब में कहा गया है कि दिल्ली में बहुत से ऐसे क्षेत्र हैं, जहां से पीने के लिए जमीन से पानी का निकालना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। दिल्ली में नजफगढ़ ड्रेन के साथ वाली कॉलोनियों में भूजल में लेड पाया गया है, जबकि दक्षिण-पश्चिमी जिले के भूजल में कैडमियम और उत्तरी पश्चिमी दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली में क्रोमियम जैसे भारी तत्व पाये गए हैं, जिसके कारण इन क्षेत्रों में भूजल का उपयोग पीने के लिए करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।

इतने खतरनाक रसायनों के अलावा नई दिल्ली, पूर्वी, मध्य, उत्तरी, उत्तरी-पश्चिमी, दक्षिणी-पश्चिमी और पश्चिमी दिल्ली के भूजल में नाइट्रेट पाया गया है। सुरक्षित स्तर से अधिक मात्रा में फ्लोराइड का सेवन जहां दांत और हड्डी को प्रभावित करते हैं, वहीं आर्सेनिक तंत्रिकातंत्र पर अपना दुष्प्रभाव डालते हैं और कुछ मामलों में कैंसर का भी कारण बनते हैं।

प्रो. मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार की टैंकर माफिया के साथ मिली भगत से आधे से अधिक दिल्ली टैंकरों के जहरीले पानी पर निर्भर है। उधर इन आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार पूरी दिल्ली में पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, भूजल की जांच कराई जा रही है।

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