महाबलेश्वर हिल स्टेशन आनन्द की सुखद अनुभूति


महाबलेश्वर हिल स्टेशन की घाटियाँ, पर्वत श्रृंखला, वन-जंगल क्षेत्र, झरना-झीलें आदि व्यक्ति को मुग्ध करने वाली हैं। सांझ ढलने के बाद यहाँ के विल्सन प्वाइंट का सौन्दर्य कुछ अलग ही दिखता है। पर्यटकों के लिये यह स्थान किसी पिकनिक स्पॉट के साथ श्रद्धा एवं आस्था का भी केन्द्र है। मौसम एक जैसा होने के कारण यहाँ पर्यटक सालभर आते रहते हैं-

सैर-सपाटा या मौज मस्ती करनी हो तो महाराष्ट्र के महाबलेश्वर हिल स्टेशन अवश्य जायें। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ दुनिया के शीर्ष हिल स्टेशनों की श्रृंखला में शामिल है। भारत की धरती प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूरित है। प्राकृतिक सौन्दर्य की आभा ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ पर न केवल देखी जा सकती है, बल्कि महसूस की जा सकती है। देश दुनिया के अति खूबसूरत हिल स्टेशनों में शुमार ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ पाँच नदियों का संगम क्षेत्र है। इस क्षेत्र में वीना, गायत्री, सावित्री, कोयना एवं कृष्णा नदियों का प्रवाह हैं। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ समुद्र तल से करीब चार हजार चार सौ पचास फुट के शीर्ष पर है।

करीब एक सौ पचास वर्ग किलोमीटर के दायरे में फैला ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ एक ताजगी देता है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ क्षेत्र में महाबलेश्वर मन्दिर भी है। हिल स्टेशन को इसी मन्दिर के नाम से ख्याति हासिल है। महाबलेश्वर की खोज राजा सिंघन ने की थी। बाद में राजा सिंघन ने महाबलेश्वर मन्दिर की स्थापना करायी थी। देश की आजादी के बाद महाबलेश्वर एक सुन्दर हिल स्टेशन के तौर पर उभरा। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ की घाटियाँ पर्वत श्रृंखला, वन-जंगल क्षेत्र, झरना-झीलें आदि-अनादि बहुत कुछ मुग्ध करने वाला है। साँझ ढलने के बाद विल्सन प्वाइंट का सौन्दर्य कुछ अलग ही दिखता है। ईको प्वाइंट अर्थात प्रतिध्वनि क्षेत्र बच्चों का सर्वाधिक पसन्दीदा क्षेत्र है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ के दायरे में ही विश्व का प्रसिद्ध प्रतापगढ़ किला भी है। किला का वास्तु शिल्प सौन्दर्य देखते ही बनता है। इस किला का निर्माण महाराज शिवाजी ने कराया था। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ क्षेत्र में कई प्रसिद्ध एवं प्राचीन मन्दिर भी हैं। पिकनिक स्पॉट के साथ ही यह क्षेत्र श्रद्धा एवं आस्था से भी ताल्लुक रखता है। महाबलेश्वर में ग्रीन साइड भी है। इस ग्रीन साइड में कीमती एवं दुर्लभ वनस्पतियाँ एवं औषधियाँ भी प्रचुर तादाद में हैं।

शुद्ध जलवायु एक ओजपूर्ण-जोशपूर्ण ताजगी देती है। कहावत है कि यहाँ खुलकर भरपूर साँस लेने का मजा ही कुछ और है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ में हमेशा मौसम एक सा रहता है। चाहे गर्मी हो या सर्दी, मौसम एक सा महसूस होगा। लिहाजा वर्ष पर्यन्त कभी भी ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ पर सैर-सपाटा का आनन्द लिया जा सकता है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ के वन क्षेत्र में स्ट्राबेरी एवं शहतूत कई स्वादिष्ट फलों का स्वाद लिया जा सकता है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ में सैर सपाटा-पिकनिक में ऐसा लगता है कि जैसे धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। पर्वत श्रृंखला से लेकर घाटियाँ तक चौतरफा प्राकृतिक सौन्दर्य की आभा फैली दिखती है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ में हर पल सुहावना महसूस होता है। यूँ कहें कि ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ क्षेत्र में मौज मस्ती जिन्दगी को एक ‘फील गुड फैक्टर’ देगा। जिन्दगी में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ की शीतल हवाओं के झोंके में गाड़ी ड्राइव करना बेहद मजेदार होता है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ के वन क्षेत्र में वन्य जीवों की धमाचौकड़ी भी पर्यटकों को लुभाती है।

‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ सहयाद्री पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ महाराष्ट्र के सतारा जिला का क्षेत्र है। सतारा पुणे-बंगलुरु राजमार्ग पर स्थित है। यह हिल स्टेशन पुणे से करीब सवा सौ किलोमीटर दूरी पर है। जबकि मुम्बई से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर है। मुम्बई से सतारा का सफर करीब पाँच घंटे का है। हवाई यात्रा के जरिये मुम्बई होकर सतारा जा सकते हैं। ‘महाबलेश्वर हिल स्टेशन’ सतारा शहर से करीब पचपन किलोमीटर है।

Posted by
Get the latest news on water, straight to your inbox
Subscribe Now
Continue reading