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ओजोन (Ozone in Hindi)

ओजोन क्या है?

(Definition in Hindi)  1.ओजोन ऑक्सीजन का एक प्रकार है। लेकिन ऑक्सीजन के विपरीत, ओजोन एक विषैली गैस है। प्रत्येक ओजोन का मॉलेक्यूल तीन ऑक्सीजन के अणुओं से मिलकर बना है इसलिये इसका सूत्र ओ3 (O3) है। ओजोन तब बनती है जब पराबैंगनी किरणें ऑक्सीजन मॉलेक्यूल्स को ऊपरी वातावरण में बनाती है। यदि एक मुक्त ऑक्सीजन का अणु किसी ऑक्सीजन मॉलेक्यूल में जाता है तब ये तीन ऑक्सीजन अणु मिलकर ओजोन अथवा ओ3 (O3) बनाते हैं।

(Definition in Hindi) 2. ऑक्सीजन का अपररूप, जो ऑक्सीजन पर सूर्य की अल्ट्रावायलेट विकिरणों के प्रभाव से बनता है। अल्ट्रावालयेट प्रकाश की विकिरणों के प्रभाव से भू-पृष्ठ पर जीवों की रक्षा करने में ओजोन स्तर का विशेष महत्व है। क्लोरोफ्लुओरो कार्बन ओजोन स्तर का क्षय कर देते हैं।

(Definition in Hindi) 3.  Ozone is a molecule consisting of three oxygen atoms (O3). Its presence in the stratosphere protects the Earth’s surface from dangerous ultraviolet radiation by absorbing it. In the lower troposphere, it is a dangerous, strongly irritating pollutant.

अच्छा व बुरा ओजोन

पृथ्वी की परत से 15-50 किमी का ऊपरी भाग, जहां पर ओजोन प्राकृतिक रूप से उपस्थित होती है, ये सूर्य की पराबैंगनी किरणों को धरती तक आने से रोकती है और इस तरीके से पृथ्वी की रक्षा करती है।

पृथ्वी के नज़दीक की वातावरणीय परत, इसमें गाड़ियों से निकलने वाले धुंए के कारण नाइट्रोजन ऑक्साइड व हाइड्रोकार्बन का स्तर बढ़ ज़ाता है। सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में, ये रसायन ओजोन का निर्माण करते हैं। इस ओजोन के कारण स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव हो सकता है जैसे खांसी, गले में खराश, अस्थमा का आघात, ब्रॉन्काइटिस आदि। इससे फसलों को भी नुकसान हो सकता है।

पृथ्वी से ऊपर की परत में स्थित ओजोन हमारे लिये रक्षा परत के समान होती है जबकि पृथ्वी की परत के नज़दीक की ओजोन हमारे लिये स्वास्थ्य संबंधी तकलीफें पैदा कर सकती है।

 

ओजोन का कम होना क्या है?


क्लोरो फ्लोरोकार्बन, ओजोन परत के क्षय के लिये उत्तरदायी हैं जो कि मुख्यतः प्रशीतन, वातानुकूलन आदि के लिये इस्तेमाल किया जाता है। इनमें क्लोरीन की मात्रा होती है।

ओजोन समाप्ति की प्रक्रिया


ओजोन व पर्यावरणओजोन व पर्यावरणचरण-1: मानवीय गतिविधियों के कारण क्लोरो फ्लोरोकार्बन का निर्माण होता है और ये वातावरण में ओजोन परत का निर्माण करती है।

चरण-2: सूर्य से आनेवाले पराबैंगनी विकिरण, क्लोरो फ्लोरोकार्बन को तोड़कर क्लोरीन का निर्माण करता है।

चरण-3: क्लोरीन के अणु ओजोन के मॉलेक्यूल्स को तोड़कर उसका क्षरण करते हैं।

ओजोन का क्षरण हमें कैसे प्रभावित कर सकता है?


जब ओजोन परत का क्षरण होता है, तब धरती पर सूर्य की पराबैंगनी किरणों का आगमन बढ़ ज़ाता है। इससे वंशानुगत बीमारियां, आंखों पर दुष्प्रभाव व जल जीवन प्रभावित हो सकता है

 

अन्य स्रोतों से:

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बाहरी कड़ियाँ:

विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia):

संदर्भ: