पूस उजेली सत्तमी

18 Mar 2010
0 mins read

पूस उजेली सत्तमी, अष्टमी नौमी गाज।
मेघ होय तो जान लो, अब सुभ होवै काज।।


भावार्थ- पौष मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी, अष्टमी और नवमी को यदि बादल गरजे और बिजली चमके तो सभी कार्य सिद्ध होंगे अर्थात् सुकाल होगा।

Posted by
Get the latest news on water, straight to your inbox
Subscribe Now
Continue reading