समिति समय-समय पर करेगी जांच
न्यायालय ने यह निर्देश एक सिविल सोसायटी के सर्वेक्षण रिपोर्ट पर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया था कि राजधानी के विभिन्न बाजारों में फलों और सब्जियों के 35 नमूने उठाए गए थे। इन नमूनों की जांच में पता चला कि इनमें तय सीमा से अधिक कीटनाशक हैं।
नई दिल्ली (कासं)। बाजारों में बिकने वाले फल सब्जियों में कीटनाशक की जांच करने के लिए केंद्र सरकार ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है। समिति के सदस्य समय-समय पर फलों और सब्जियों की जांच करेंगे। अतिरिक्त सॉलीसीटर जनरल (एएसजी) एएश चंदहोक ने न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति राजीव शकदर की खंडपीठ को बताया कि गत 14 फरवरी को कृषि मंत्रालय ने इस मुद्दे पर फूड सेफ्टी एंड स्टेनडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से साथ बैठक की थी। हलफनामे के जरिए केंद्र सरकार ने न्यायालय को बताया कि कृषि मंत्रालय के संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति गठित की गई है। यह समिति समय-समय पर बाजारों में उपलब्ध फल व सब्जियों में कीटनाशक की मात्रा की जांच करेगा। समिति में चेयरपर्सन सरिता भल्ला के अलावा एफएसएसएआई के निदेशक धीर सिंह, वैज्ञानिक एनके शर्मा, दिल्ली सरकार में खाद्य विश्लेषक, केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारी विपिन भटनागर और वरिष्ठ वकील वीके राव हैं।हलफनामे पर गौर करने के बाद खंडपीठ ने सरकार को गैर सरकारी संगठन के लोगों को भी समिति में शामिल करने का सुझाव दिया। अगली सुनवाई 27 मार्च को होगी। वरिष्ठ वकील वीके राव को पूर्व में अदालत ने इस मामले में अमायक्स क्यूरी नियुक्त किया था।
खंडपीठ ने साथ ही केंद्र और दिल्ली सरकार की विभिन्न अथॉरिटी को बैठक पर लोगों के स्वास्थ्य संबंधी हो रही परेशानी का हल निकालने के लिए कहा है। न्यायालय ने यह निर्देश एक सिविल सोसायटी के सर्वेक्षण रिपोर्ट पर दिया है। रिपोर्ट में कहा गया था कि राजधानी के विभिन्न बाजारों में फलों और सब्जियों के 35 नमूने उठाए गए थे। इन नमूनों की जांच में पता चला कि इनमें तय सीमा से अधिक कीटनाशक हैं।
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