सरस्वती के संबंध में ये जो धारणाएं व्यक्त की गई हैं, इनकी जांच ऋग्वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथों के पाठ से की जानी आवश्यक है। पहले यह चर्चा की जा चुकी है कि सरस्वती न हेलमंड हो सकती है न सिंधु क्योंकि यह ग्रिफिथ के गलत अनुवाद और एक गलत अनुमान के आधार पर आश्रित है।