थुरल बावड़ी: जिला कांगड़ा के नौण गांव में स्थित एक अन्य बावड़ी जिसकी 10 वर्ष पूर्व पंचायत द्वारा मरम्मत की गई थी। तथा एक व्यवस्था प्रदान की गई ताकि जल देवता की शुद्धि बरकरार रहे। इसके बगल में पूर्वजो के मोहरे आज भी संस्कृति की मजबूती के प्रमाण है।
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