ऊसर में असरकारी अपना तालाब

12 जनवरी 2014, महोबा। जिले की तिन्दौली गांव की महिला किसान रामरती पुत्री नन्नुहा भी किसी से पीछे नहीं है। गांव-गली में रामरती के हौसले और हुनर भरे किस्से किसी से भी सुन सकते हैं। आम महिलाओं की तरह वह न तो बुझदिल है न ही कमजोर। फर्राटे से मोटरसायकिल चलाना, सर में पगड़ी बांध कर लाठियां भांजना, निशानेबाजी तो शौक है। हैण्डपम्प की नामी-गिरामी मिस्त्री भी, साथ ही घर पर परचून की दुकान चलाकर अच्छी खासी आमदनी भी करती है।

किसान रामरती को जब अपने तालाब से फायदे की बात समझ में आयी तो अपने डेढ़ बीघा (30 बिस्वा) ऊसर जमीन के बीसवें हिस्से डेढ़ बिस्वा पर ढाई मीटर गहरा तालाब बनवा दिया। सफेदी भरी उसर जमीन में पैदावार तो रामभरोसे ही सम्भव थी। पर इस नन्हें तालाब ने अपना असर दिखाया। फसल सिंचाई की दो पानी की क्षमता रखने वाले इस तालाब से कई तरह की फसलों का प्रयोग किया।

देशी गोबर की खाद और घर से निकली चूल्हे की राख, कूड़ा-कचरा भी धीरे-धीरे इस ऊसर जमीन के हवाले करने का सिलसिला साल दर साल जारी है। धीरे-धीरे जमीन का उसरपन कम होकर फसलों का उत्पादन हो रहा है। यह प्रयोग भी ऐसी अनुपजाऊ जमीन वाले किसानों के लिए कारगर है।

मेरी जमीन की जरूरत का मेरा तालाब-



किसान रामरती बडे़ ही गर्व के साथ कहती हैं कि हमें कतई मलाल इस बात का नहीं है कि मेरा अपना तालाब छोटा है। मेरे अपने खेत के आकार व क्षेत्रफल के लिए जरूरत पूरी करता है।

रामरती को इस बात की खुशी है कि पिता की इस ऊसर जमीन पर फसल नहीं होती थी जिसे मैंने अपने तालाब के सहारे उपजाऊ बनाने का काम किया है। उसका मानना है कि तालाब से मैं केवल अपनी ऊसर जमीन को ही उपयोगी बनाने में सफल नहीं हुई बल्कि मेरे इस तालाब से भूमिगत जल स्तर को भी फायदा पहुंच रहा है।

रामरती ने बताया कि गर्मी में जब पानी की किल्लत होती है और पशु-पक्षियों को पीने का पानी नहीं मिलता। ऐसे वक्त में भी मेरा यह तालाब बहुतों के गले तर करता है। तालाब की गहराई बढ़ाने की योजना रामरती के दिमाग में बनी है। इसमें पालों में ऊचें खम्भे लगाकर जाल के सहारे कुछ नयी फसल की योजना उनके मन में पल रही है। इस योजना के लिए रामरती संसाधन जुटाने का यत्न कर रही हैं।

जिलाधिकारी ने दिया जलाधिकारी सम्मान -



वर्षा जल संरक्षण, भूमि जल भरण और हैण्डपंप मैकेनिक के लिए इन्हें सम्मानित भी किया गया है। 25 अगस्त 2013 को कजली मेला में आयोजित अपना तालाब अभियान संगोष्ठी के मंच में रामरती को जिलाधिकारी महोबा श्री अनुज कुमार झा द्वारा ‘जलाधिकारी सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इसके पश्चात इन्हें हैण्डपम्प मैकेनिक के बेहतर कार्य के लिए भी जिलाधिकारी के कर कमलों से सम्मान प्राप्त हुआ है।

संपर्क –
बुन्देलखण्ड की किसान रामरती
पुत्री- श्री नन्नुहा, ग्राम- तिन्दौली, विकासखण्ड - कबरई
जनपद- महोबा

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