अब जवान बताएंगे गंगा में अमृत है या जहर
हर पचास किमी का सैंपल एकत्रित कर उसकी हकीकत दुनिया के सामने लाएगा आईटीबीपी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अपनी इस यात्रा के दौरान यह दल करीब 2525 किमी की यात्रा करेगा। इस दौरान जहां इसके बहाव के साथ जुड़े 50 से अधिक छोटे-बड़े शहरों में जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को सैंपल के नतीजों से अवगत कराया जाएगा वहीं पांच राज्यों में राज्य स्तरीय बड़े कार्यक्रम भी होंगे।
गंगा तेरा पानी अमृत, झर-झर बहता जाए! मोहम्मद रफी का गाया हुआ यह पुराना लोकप्रिय गीत है। लेकिन क्या वास्तव में आज भी यही सच है। गंगा का पानी अमृत है और क्या अभी भी यह झर-झर बहती है? अपनी तरह के पहले अभियान में इस सच्चाई को गंगा के बहाव के साक्षी पांच राज्यों व इसके किनारे बसे पचास से अधिक शहरों के लोगों के साथ ही देश को बताने के लिए आईटीबीपी के 21 जवानों का एक दल गोमुख से गंगासागर की यात्रा पर निकला है। रिवर राफ्टिंग करते हुए 58 दिन में यह यात्रा पूरी करने वाला दल हर 50 किमी पर गंगा के पानी का सैंपल लेगा और रास्ते में पडऩे वाले पचास से अधिक शहरों के लोगों को यह बताएगा कि उनके शहर की गंगा में कितना जहर घुला है और उनके पिछले शहर में इसका प्रतिशत कितना था। आईटीबीपी के प्रवक्ता दीपक पांडेय ने कहा कि यह दल डीआईजी एसएस मिश्रा के नेतृत्व में यात्रा कर रहा है। इसका उद्देश्य गंगा सफाई के प्रति जागरूकता लाना है। पांडेय ने कहा कि जहां एक दल नदी के रास्ते यात्रा करेगा वहीं एक दल सड़क के साथ चलेगा। यह नदी में यात्रा कर रहे दल से हर पचास किमी पर सैंपल हासिल कर उसका प्रयोगशाला परीक्षण कराएगा और अगले शहर में उसे देगा ताकि हर शहर के लोगों को पता चल पाए कि गंगा में उनसे पहले वाले शहर में कितनी अमृत थी और उनके शहर में इसमें कितना जहर घुला है। आईटीबीपी ने यह अभियान बुधवार को तब शुरू किया है जब गंगा सफाई पर प्रधानमंत्री ने गंगा के बहाव से जुड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस पर बैठक की है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अपनी इस यात्रा के दौरान यह दल करीब 2525 किमी की यात्रा करेगा। इस दौरान जहां इसके बहाव के साथ जुड़े 50 से अधिक छोटे-बड़े शहरों में जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को सैंपल के नतीजों से अवगत कराया जाएगा वहीं पांच राज्यों में राज्य स्तरीय बड़े कार्यक्रम भी होंगे। आईटीबीपी के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।
राज्यों ने भी दिखाई रुचि
गोमुख में आयोजित कार्यक्रम में जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री शिरकत करेंगे वहीं उप्र के इलाहाबाद,कानपुर,बनारस में होने वाले कार्यक्रमों में से एक में राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिरकत को लेकर अपनी सहमति दे दी है। पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसमें हिस्सा लेंगे और झारखंड के साहेबगंज में राज्य के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा मुख्य अतिथि होंगे। 'इस अधिकारी ने कहा कि कोलकाता में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शिरकत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शिरकत का अनुरोध किया गया है। हालांकि उनकी ओर से अभी कोई सहमति हासिल नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक दल के नेता एसएस मिश्रा इससे पहले भारत-जापान की सहभागिता वाले ब्रह्मपुत्र अभियान में नदी के रास्ते बांग्लादेश तक गए हैं। वहीं दल में मोहम्मद अली नामक एक एएसआई भी है। अली ने 2006 में एवरेस्ट पर चढ़ाई भी की थी।