आज बीस में, कल साठ में सींचेगा हमारा तालाब - रुपेश पटेल

Published on
2 min read

11 नवंबर 2013, छेवला, दमोह। पटौंहा पंचायत का हिस्सा है गांव छेवला। वहां जाने पर रतिराम पटेल जी के बेटे रुपेश पटेल से मुलाकात हुई। रुपेश पटेल ने बताया कि उनका दो एकड़ में तालाब बन रहा है। सचमुच में हमने देखा भी। 35-40 फीट गहरा, खूब मोटी पाल का एक खूबसूरत तालाब बनने की प्रक्रिया में है। नवंबर 2012 में ही उन्होंने काम शुरू किया था। तालाब की पाल बना ली है। पाल उन्होंने चेन वाली पोकलैंड मशीनों से बनवाई है। खुदाई लगभग एक-तिहाई ही हो पाया है। 6 लाख रुपये से ज्यादा उनका खर्च हो चुका है। रुपेश पटेल का अनुमान है कि तालाब का काम पूरा होते-होते 10-12 लाख रुपये अभी और लगेंगे।

लगभग 18-20 लाख रुपये का निवेश रुपेश पटेल का परिवार अपने तालाब के लिए करेगा। हमारी उत्सुकता थी कि क्या उनका निवेश सुरक्षित है? उनका निवेश कब तक वापस मिलेगा?

एक-तिहाई खुदे तालाब से इस बार उनके 20 एकड़ खेत की सिंचाई हुई है। 20 एकड़ खेत से उनको लगभग 3 लाख रुपये का अतिरिक्त फायदा होगा। उनका अंदाजा है कि दो साल में उनका तात्कालिक निवेश वापस हो जाएगा। और पूरे निवेश के बाद तालाब बन जाने के बाद तो उनका अनुमान है कि लगभग 10-12 लाख रुपये का अतिरिक्त फायदा होगा। दो साल में निवेश वापस होगा। तालाब तो आजीवन फायदा देता रहेगा।

रुपेश पटेल कहते हैं कि हमें शौक है खेतों में काम करने का। हमने तालाब के लिए जी-जान लगा दिया। अपने उपलब्ध सभी संसाधनों का पूरा इस्तेमाल किया और किराए पर भी कई वाहन ले आए।

संपर्क –
रुपेश पटेल, छेवला, पटौंहा, दमोह।
मो. 09977520801

संबंधित कहानियां

No stories found.
India Water Portal - Hindi
hindi.indiawaterportal.org