लेख
अक्षय ऊर्जा : सम्भावनाएँ और नीतियाँ
लेखक का विचार है कि जनता की भलाई के लिये इस समय अक्षय ऊर्जा के साधनों के अधिकतम विकास और उनके उपयोग के अधिकतम अवसर मौजूद हैं। आवश्यकता इस बात की है कि इस बारे में वर्तमान खण्डात्मक दृष्टिकोण के स्थान पर एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया जाए।
असीम सम्भावनाएँ
तालिका-1 | |
भारत में अक्षय ऊर्जा | प्रौद्योगिकी की अनुमानितसम्भावनाएँ |
स्रोत/प्रणाली | लगभग सम्भावना |
बायोगैस संयन्त्र (संख्या) | 1.2 करोड़ |
सुधरे हुये लकड़ी के चूल्हे (संख्या) | 12 करोड़ |
बायोमास | 17,000 मेगावाट |
सौर ऊर्जा | 20 मेगावाट/वर्ग किलोमीटर |
वायु ऊर्जा | 20,000 मेगावाट |
छोटे पन-बिजली केन्द्र | 10,000 मेगावाट |
सागर ऊर्जा | 50,000 मेगावाट |
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विकेन्द्रीकरण
(लेखक टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली में निदेशक हैं।)