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बेतवा बचाने को बेताब ‘बिरादरी'
बेतवा बिरादरी (फोटो - भास्कर)
सुदीप शुक्ला/ भास्कर, विदिशा. बेतवा के उत्थान की बेताबी इस कदर है कि छह साल की अनुष्का से लेकर 90 साल की जानकी बाई जैसे कई श्रमदानी बेतवा को बचाने के लिए जुटे हैं। यह अनोखा सेवा कार्य बिना किसी अवकाश के साल के 365 दिन चलता है। बेतवा के डेढ़ किमी तट क्षेत्र में रोज होने वाली सफाई से प्रदूषण पर कुछ हद तक रोक लगी है। तटों को बचाने के लिए बारिश के दिनों में पौधरोपण से आधा दर्जन घाटों की तस्वीर बदल गई है।