दिल्ली के पानी के समाधान के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति चाहिए
दिल्ली में पानी के समाधान के लिए लोगों को दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है। दिल्लीवासीयों को पानी के समस्या से निबटने के लिए अपने घरों के छतों पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना होगा। जिससे पानी की कुछ चिंता खत्म हो सके। वीके जैन तपस संगठन से जुड़े हुए हैं। यमुना जो दिल्ली की लाइफलाइन है साथ ही दिल्ली की झीलों तालाबों को बचाने के लिए वीके जैन और उनका संगठन न्यायालय से लेकर सड़क तक संघर्ष कर रहा है।
वी.के. जैन
सीजीडब्ल्यूए को नोडल एजेंसी बनाया गया था लेकिन उनके पास कर्मचारी और इच्छाशक्ति में कमी है। इस संस्था ने अधिसूचना जारी करने और कुछ आरडब्ल्यूएच के डिजाइन देने के अलावा कुछ नहीं किया है। एमसीडी, एनडीएमसी के पास इस बारे में तकनीकी ज्ञान नहीं है। दिल्ली जलबोर्ड में इच्छाशक्ति की कमी है। वे सीजीडब्ल्यूए को दोष देकर अपनी खानापूर्ति करते हैं।
हमारे पूर्वजों ने बावड़ियां बनवाई थी। तालाब बनवाए थे। जिन्हें कुदरती रूप से आरडब्ल्यूएच के लिए इस्तेमाल किया जाता था। सरकार चाहे तो इनसे सीख ले सकती है। आज 12 साल बाद भी सरकार के पास रेनवाटर हार्वेस्टिंग को लेकर कोई ठोस आंकड़ा नहीं उपलब्ध है। सरकार को नहीं पता है कि कितनी जगह ऐसी प्रणाली काम कर रही है। केवल कुछ आर्थिक सहायता देने से ये कहानी आगे नहीं बढ़ेगी। इच्छाशक्ति होगी तो रास्ता भी आगे निकल आएगा। किसी एक संस्था को जिम्मेदार बनाना पड़ेगा और कानून को सख्त करने की जरूरत होगी। एक ऐसी एजेंसी अनिवार्य रूप से बनाई जानी चाहिए जहां से जनता रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से जुड़ी सभी जानकारियां ले सके। जागरूकता ही सफलता हासिल होगी।
वीके जैन (चेयरमैन, तपस- गैर सरकारी संगठन)