लेख
सैलाब में सत्याग्रह
ओंकारेश्वर तथा इंदिरासागर बांध से प्रभावित लोग जल सत्याग्रह कर रहे हैं। नर्मदा नदी पर खंडवा में ओंकारेश्वर और हरदा में इंदिरा सागर बांध बनाए गए हैं। इन दोनों बाधों में ही बीते साल से ज्यादा पानी भर जाने से दर्जनों गांव डूबने की कगार पर पहुंच गए हैं। ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाने के विरोध में घोघलगांव तथा इंदिरासागर बाध के विरोध में हरदा में जल सत्याग्रह चल रहा है। जल सत्याग्रही सिर्फ अपनी दिनचर्या या आवश्यक कार्य के लिए पानी से बाहर आते हैं और वे लगभग 20 घंटे पानी में ही रहते हैं। पैरों तथा हाथ पर छाले साफ नजर आते हैं और पानी के भीतर मछलियां व अन्य जंतु भी उन पर हमला करने लगे हैं। डॉ. पनिका ने बताया कि पानी में रहने से लोगों के हाथ-पैरों की चमड़ी गलने लगी है। ये लोग पानी से जल्दी बाहर नहीं आए तो इनका जीवन खतरे में पड़ सकता है।