मृदाओं में अन्तःस्यन्दन दरों का मापन

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जलविज्ञानीय अध्ययनों के लिए विभिन्न प्रकार की मृदाओं एवं भूमि उपयोगों की स्थिति में अन्तःस्यन्दन ज्ञान जरूरी है। अन्तःस्यन्दन दर मृदा में जल के प्रवेश कर सकने की अधिकतम दर को निर्धारित करती है। अन्तःस्यन्दन दर प्रारंभ में बहुत तेजी से कम होती है फिर कुछ समय के पश्चात यह एक स्थिर दर पर पहुंच जाती है। यह दर पूर्वगामी मृदा नमी एवं प्रपुण्ज घनत्व में परिर्वतन से प्रभावित होती है। अन्तःस्यन्दन जल संतुलन की गणना का एक आवश्यक अंग है। कृषि एवं जलविज्ञान में अन्तःस्यन्दन अध्ययनों में प्रयोग के कारण इसका अध्ययन अत्यन्त जरूरी है।

प्रस्तुत प्रपत्र में जम्मू एवं हिमाचल प्रदेश के बैरा नाला जल संग्रहण क्षेत्रों के विभिन्न प्रकार के भू उपयोगों में अन्तःस्यन्दन दरों का विभिन्न स्थलों पर अध्ययन किया गया है। अध्ययन से विदित है कि वन आच्छादित भूमियों में औसतन प्रारम्भिक अन्तःस्यन्दन दर सर्वाधिक अंकित की गयी। यह दर बंजर भूमियों में सबसे कम पायी गई।

मृदाओं में अन्तः स्यन्दन दरों का मापन (Measurement of infiltration rates in soils)

भारतीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान पत्रिका, 01 जून, 2012

सारांश:

Abstract

प्रस्तावना

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सामग्री एवं विधि

-c

परिणाम एवं विवेचना

सारणी 1- जम्मू क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर किये गये परीक्षणों से प्राप्त औसत अन्तःस्यंदन दरें

भू-उपयोग

औसत अन्तःस्यंदन दर प्रारम्भिक

(सेमी./घं.) अंतिम

कृषि

21.0

1.4

घास

22

2.15

वन

46

0.8

बंजर

13.7

1.2

सारणी 2- हिमाचल प्रदेश के बैरा नाला संग्रहण क्षेत्र में किये गये परीक्षणों से प्राप्त औसत अन्तःस्यंदन दरें

भू-उपयोग

औसत अन्तःस्यंदन दर प्रारम्भिक

(सेमी./घं.) अंतिम

कृषि

36

6.5

घास

24.4

3.3

वन

42.5

9.2

बंजर

26.4

1.6

विभिन्न मृदाओं में अन्तःस्यन्दन दरें

सारणी 3- जम्मू क्षेत्र की विभिन्न मृदाओं में अन्तःस्यंदन दरें  

क्रमांक

मृदाएं

औसत अन्तःस्यंदन दर (सेमी./घं.)

 

प्रारम्भिक

अंतिम

1

दोमट चिकनी मिट्टी

20.6

0.56

2

बुलई दोमट

42.0

0.75

3

सिल्ट दोमट

22.3

1.6

4

दोमट

25.0

1.3

अन्तःस्यंदन निर्देश

2
2

सारणी 4- कोसियाकोव निदर्श के R2 मान  

क्रमांक

भू-उपयोग

R2  का मान

 

 

जम्मू क्षेत्र

बैरा नाला जल ग्रहण क्षेत्र

1

कृषि

0.97-0.99

0.97-0.98

2

घास

0.95-0.99

0.97-0.99

3

वन

0.96-0.99

0.99

4

बंजर

0.98-0.99

0.97-0.99

निष्कर्ष

2
2

आभार

संदर्भ


1. ओमकार एस एवं पटवारी वी सी, जम्मू क्षेत्र में अन्तःस्यन्दन दरों का अध्ययन, रा.ज.सं., टी.आर. (1992-93), 163.

2. पटवारी वी सी, रामशास्त्री के. एस, राव एस वी एन, ओमकार एस एवं शर्मा मुकेश कुमार, जम्मू क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के भूमि उपयोगों के अधीन अन्तःस्यन्दन दरों की विशेषतायें, आई डब्ल्यू आर एस 7(3), (1997).

3. रा.ज.सं., बैरा नाला जल संग्रहण क्षेत्र में अन्तःस्यन्दन दरों का अध्ययन, राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान, रुड़की CS/AR. 142 (1993-94).

4. रा.ज.सं., जल विज्ञान शब्दावली -I राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान, रुड़की (1994-95).

5. कोसियाकोव, ट्रान्सेक्सनः ऑफ सिक्थ कमिशन, इन्टरनेशनल सोसायटी ऑफ सॉयल साइन्स, रसियान, (1932)17-21.

6. रागन्ना जी, लोकेश के एन, गजेन्द्रगड, एम आर, चन्द्रकान्था जी, हशेंद्रा के, अर्स ए के एवं कोरी एमइएन, दक्षिण कन्नड़ जिले के पावांजे नदी क्षेत्र की मृदाओं में अन्तःस्यन्दन गुणों का अध्ययन, हाइड्रोलॉजी ज., आई.ए.एच., 14 (1), (1991), 33-40.

सम्पर्क

ओमकार सिंह, मुकेश कुमार शर्मा, वी के चौबे एवं राजदेव सिंह, Omkar Singh, Mukesh Kumar Sharma, V.K. Choubey & Raj Dev Singh
राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान, रूड़की, National Institute of Hydrology, Roorkee

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