पेड़-पौधों पर भारी पड़ता अंधविश्वास

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आज भी न केवल धार्मिक ग्रंथ बल्कि विज्ञान भी इस बात को प्रमाणित कर चुका है कि बरगद और पीपल रात में भी वायुमंडल में ऑक्सीजन देते हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो बरगद व पीपल की पूजा क्यों होती? ऐसे में इसे नुकसान पहुंचाने का अर्थ विनाश को आमंत्रण देना है। मत्स्य पुराण में जिक्र है कि शादी के मौके पर लोग पेड़ लगाते थे। नीम कीटाणुनाशक है। जिस दरवाजे पर नीम का पेड़ है, वहां की वायु बिल्कुल शुद्ध और जीवाणु मुक्त हो जाती है। इससे आसपास के लोगों को शुद्ध हवा तो मिलती ही है। संक्रामक रोगों से सुरक्षा भी प्रदान होता है।

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