अम्बा नींबू बनिया गर दाबे रस देयँ। कायथ कौवा करहटा मुर्दा हू सों लेयँ।।भावार्थ- आम, नींबू और बनिया ये बिना दबाये रस नहीं देते और कायस्थ कौवा और किलहटा (एक पक्षी) ये मुर्दे से भी रस निकाल लेते हैं।