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अटारी खेजड़ा का रास्ता
अटारी खेजड़ा गाँव के लोग पशुओं को पानी उपलब्ध कराने के मामले में निश्चिंत हैं। चालीस साल तक लड़ी गई लम्बी कानूनी लड़ाई और एक लाख रुपए से भी ज्यादा खर्च करने के बाद वे (अब 1995 में) उस तालाब के पक्के मालिक बन गए हैं, जिसे आजादी से पहले मूक पशुओं को पानी पिलाने की खातिर जमींदार ने सार्वजनिक घोषित कर दिया था।