भूकम्प अवरोधक घर निर्माण पुस्तिका : बुनियाद
निर्माण किए जाने वाले मकान की बुनियाद 2 फिट चौड़ी होगी। ईंट या काँक्रीट-ब्लाॅक के लिए बुनियाद 1.5 फिट चौड़ी ठीक रहेगी। बुनियाद की गहराई कम से कम 1.5 फिट होनी चाहिए। यदि मिट्टी नरम है तो गहराई 2 या 2.5 फिट हो सकती है, परन्तु इसे 3 फिट से ज्यादा गहरी न करें। यदि 3 फिट की गहराई पर भी मिट्टी नरम ही मिले तो बुनियाद को ज्यादा गहरा खोदने के बजाए उसे अधिक चौड़ा करना ज्यादा उचित होगा। ऐसा करने पर बल ज्यादा बल ज्यादा क्षेत्र में फैलेगा और दीवाल की धँसने की सम्भावना नहीं होगी।
नरम मिट्टी की जाँच करने के लिए जमीन पर सम्भल मारें। यदि सम्भल करीब 6 ईंच या इससे ज्यादा जमीन में धँस जाए तो मिट्टी नरम कहलाएगी।
जितनी चौड़ी बुनियाद की आवश्यकता हो उतनी ही चौड़ी बुनियाद खोंदें। यदि बुनियाद ज्यादा चौड़ी खुद गयी हो तो फिर भरान भी उतनी ही चौड़ाई की करनी होगी।
ढालदार जमीन में ऊपर दिए गए चित्र की तरह सतह के सबसे निचले स्थान से कम से कम 1.5 फिट गहरी खुदाई करनी चाहिए। यदि ढाल ज्यादा तीव्र हो तो बुनियाद में नीचे दिए गए चित्र की तरह सीढ़ियाँ काटी जा सकती है। इससे समय और पैसा, दोनों की ही बचत होगी। यदि ऐसा नहीं किया तो ‘ए’ की अपेक्षा ‘बी’ पर की मिट्टी ज्यादा नरम रह जाएगी। इससे आने वाले वर्षों में असमान धँसने के कारण मकान को नुकसान पहुँच सकता है।
बुनियाद को भरने में अक्सर दो गलतियाँ होती हैंः
कोने का सरिया
(अधिक जानकारी के लिए पी. एस. आई द्वारा प्रकाशित भूकम्प अवरोधक घर निर्माण प्रशिक्षण पुस्तिका पढ़ें)
नक्शे के आधार पर जिस मकान का निर्माण हो रहा है वह 7 फिट ऊँचा है। इसकी बुनियाद 1.5 फिट गहरी है। इसलिए इसके कोने पर सरिया की लम्बाई 10.5 फिट होगी।
सरिये को पहले डाई की मदद से एल आकार में लगभग एक फिट मोड़ लें। फिर इसे मकान के कोने में इस तरह रखें जिससे ये दीवालों के बीचों बीच आए। इसके लिए बुनियाद खोदने से पहले गुनिया में गाड़ी गई खूँटियों की भी मदद ले लें। इससे सरिया ठीक बीच में आएगा। इस सरिए में करीब 1.5 फिट लम्बा और 3 ईंच मोटा पी. वी. सी. पाईप का टुकड़ा डाल दें। फिर सरिए को रस्सी और पत्थर (या ईंट) की मदद से नीचे दिए गए चित्र कि तरह तीन छोर पर बाँध लें जिससे सरिया इधर-उधर भागने न पाए। फिर बुनियाद में पत्थर और मसाले (या गारे) के साथ चिनाई शुरू करें।
कोनों पर, सरिये और पाईप के चारों तरफ यथा सम्भव लम्बे व चौड़े पत्थर लगाएँ। जब चिनाई करीब एक फिट की हो जाए तो पाईप को ऊपर खींच कर उसमें 1:2:4 का मसाला भरें। भरने के साथ ही साथ एक सरिये के टुकड़े से इसे अच्छी तरह ठोकते भी रहें। इससे मसाला बड़े पत्थरों के बीच खाली स्थान को भर लेगा और सरिये को मजबूती से पकड़ कर रखेगा।
इसी विधि से पूरी बुनियाद को पत्थर और सीमेन्ट के मसाले (या गारे) के साथ भरें। जमीन के स्तर तक बुनियाद जितनी चौड़ी खुदी है उतनी ही चौड़ी भरें। कुर्सी जमीन के स्तर से कम से एक फिट ऊपर रखें जिससे बाहर का पानी घर के अन्दर न घुस पाए। कुर्सी (या प्लिंथ) तक की चिनाई 2 फिट चौड़ी ही रखें। यदि बुनियाद में ईंट या काँक्रीट ब्लाॅक का इस्तेमाल किया गया हो तो इसकी चौड़ाई 1.5 फिट ही रखें।
पत्थर की चिनाई करते वक्त यह ध्यान रखना होगा कि पत्थर बड़े और चपटे हों। इसके लिए यदि पत्थरों को थोड़ा तराशना भी पड़े तो आलस न करें। चिनाई करते समय बड़े पत्थरों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। आर-पार पत्थरों का यथा सम्भव प्रयोग करें। (आर-पार पत्थर के बारे में जानकारी आगे दी गई है।)