भाजपा विधायक पटेल ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा


विधायक पटेल ने बताया कि यह आंदोलन किसानों का है। सत्ता पक्ष का विधायक होने के बाद भी अपने क्षेत्र के किसानों के हित में लड़ाई लड़ रहा हूँ। आन्दोलन के दूसरे चरण सभी प्रभावित 12 गाँवों के किसान पोस्ट कार्ड के जरिये प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे।

रायपुर, पत्रिका। छत्तीसगढ़ पाठ्य-पुस्तक निगम के अध्यक्ष और भाजपा विधायक देवजी भाई पटेल ने पेंड्रावन जलाशय बचाने के लिये अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जलाशय के जल संग्रहण क्षेत्र में चूना पत्थर खदान के लिये अल्ट्राटेक कम्पनी को खनन के लिये जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र और सैद्धान्तिक सहमति निरस्त करने की माँग को लेकर वो प्रभावित 11 गाँवों के किसानों के साथ 21 फरवरी से पदयात्रा करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस मामले में अधिकारी षडयंत्र कर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को गुमराह कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में तथ्यों के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने मामले की शिकायत प्रधानमंत्री से भी करने की बात कही है।

विधायक पटेल ने राजधानी में पत्रकार वार्ता में खनिज विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग ने 2015 में अपनी एनओसी रद्द कर दी थी और खनिज विभाग को 2 जनवरी 2016 में इसकी सूचना भेज दी थी। इसके बाद भी विभाग के अधिकारी इस जानकारी को दबाकर रखा। उन्होंने न ही इसकी सूचना खनिज विभाग के केंद्रीय कार्यालय को दी और न ही पर्यावरण विभाग को। इस बात को बार-बार जल संसाधन विभाग को पत्र प्रेषित कर अनापत्ति प्रमाणपत्र की माँग करना ही खनिज विभाग की भूमिका पर सन्देह पैदा करता है। उन्होंने डेम सेफ्टी बोर्ड की रिपोर्ट पर भी गम्भीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि खनन की अवधि 11 जनवरी को समाप्त हो रही थी। उसे बरकरार रखने के लिये 7 जनवरी को 15 शर्तों के साथ अल्ट्राटेक कम्पनी को फिर से अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किया गया।

22 को होगी आमसभा
पटेल ने बताया कि उनकी पदयात्रा 21 फरवरी को खपरी बंजारी से मंदिर में शुरू होगी। यात्रा रायखेड़ा, सोनतरा, मढ़ी, देवगाँव, अमलीतालाब, खौना होते हुए पवनी पहुँचेगी। यहाँ रात्रि विश्राम कर 22 को पवनी से सुबह 8 बजे शुरू होगी। यात्रा निलजा, सारागाँव, बरौण्डा, कुर्रा, बंगोली, धनसुली होते हुए पेंड्रावन टैंक पहुँचेगी। यहाँ शाम 6 बजे आमसभा के साथ यात्रा का समापन होगा।

12 गाँव के किसान पीएम को भेजेंगे पोस्ट कार्ड
विधायक पटेल ने बताया कि यह आंदोलन किसानों का है। सत्ता पक्ष का विधायक होने के बाद भी अपने क्षेत्र के किसानों के हित में लड़ाई लड़ रहा हूँ। आन्दोलन के दूसरे चरण सभी प्रभावित 12 गाँवों के किसान पोस्ट कार्ड के जरिये प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। इसके अलावा व्यक्तिगत तौर पर भी प्रधानमंत्री को ई-मेल कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी देंगे।

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