दूध पीती हुई बिल्ली
दूध पीती हुई बिल्ली

कैसे दूध चट कर जाती है बिल्ली

Published on
3 min read

बचपन से ही अक्सर हम कुत्ते-बिल्ली का नाम साथ ही लेते हाए हैं लेकिन इन दोंनों जीवों के रहन-सहन में काफी अंतर है। पता ही नहीं चलता कि कब बिल्ली दबे पांव आकर हमारे किचन में दूध पी जाती है। वहीं कुत्ता कुछ भी खाए, शोर मचाए बिना नहीं रहता और खाने-पीने के सामान को बिखेर देता है। बिल्ली के इसी शातिर दिमाग के कारण किसी चतुर और घाघ व्यक्ति को अक्सर हम बिल्ली की संज्ञा देते हैं। इसके विपरीत कुत्ते की संज्ञा ऐसे व्यक्ति को दी जाती है जो अस्त-व्यस्त रहता है। आपने ध्यान दिया होगा कि हम बिल्ली पर दूध की चोरी के लिए संदेह नहीं कर सकते जबकि यदि यही कार्य कुत्ता करे तो वह आसानी से पकड़ में आ जाता है। बिल्ली के सामने दूध का एक कप रखिए, वह आसानी से उसे चाट जाएगी, वह भी बिना कोई निशान छोड़े, यहां तक कि उसकी मूंछों पर भी कोई निशान नहीं होता। दूसरी ओर, कुत्ते के सामने पानी का प्याला रखने पर वह चारों और पानी फैला देता है और स्वयं भी गीला हो जाता है।

जानवरों में पानी पीने का तरीका हमारे पानी पीने के तरीके से अलग होता है। सामान्यत: जब हम किसी पेय को पीते हैं तो अपना सिर थोड़ा पीछे की ओर रखते हैं और कप के किनारे के हमारे मुंह से इस प्रकार लगाते है कि द्रव आसानी से मुंह में बहे। दूसरी ओर जब हम चूसते हैं तब हम मुंह खोल कर चूसते हैं ऐसा करने पर चूसने की आवाज भी आती है। ऐसा इसलिए संभव होता है क्योंकि मनुष्यों के साथ ही भेड़, घोड़े और सूअर के गाल पूर्ण गाल होते है यानि इनके मुंह की संरचना ऐसी होती है कि बाहर से देखने पर हम इनके पूरे दांत नहीं देख सकते हैं। दूसरी ओर मांसाहारी जीव (जैसे कुत्ते और बिल्लियां) में अपूर्ण गाल होते हैं यानि इनके मुंह की संरचना इस प्रकार की होती है कि हम बाहर से भी इनके पूरे दांत देख सकते हैं। अपूर्ण गाल इन जीवों को यह सामर्थ्य प्रदान करते हैं कि वे मुंह को चौड़ा करके अपने शिकार को आसानी से मुंह में जकड़ सके। हालांकि वे अपना मुंह चौड़ा तो कर सकते हैं लेकिन अपने गालों को बंद नहीं कर पाते जिससे उनके मुंह में निर्वात उत्पन्न हो पाए। इसलिए वो पीने की बजाए चाटते हैं।

वैज्ञानिकों ने यह जानने का प्रयास किया कि किस प्रकार कुत्ते और बिल्ली पानी और दूध को चूसते हैं। उच्चस्तरीय फोटोग्राफी में यह देखा गया है कि जब कुत्ते पानी पीते हैं तो जीभ को अपने मुंह से बाहर निकाल लेते हैं और उसे एक कप के आकार में ढाल लेते हैं। पूरी तरह से बाहर निकली हुई जीभ अंग्रेजी के जे आकार के चमचे की तरह दिखती है। जब उनकी जीभ पानी में प्रवेश करती है तो कप पूरी तरह से पानी से भर जाता है। चमचे के आकार की जीभ उसके मुंह में निचोड़ ली जाती है। इस प्रकार चाटने की इस प्रक्रिया में पानी फैल जाता है। एक जैवभौतिकीविद् रोमन स्टॉकर (जो सजीवों की भौतिकी का अध्ययन करते हैं) ने नाश्ते के दौरान अपनी पालतू बिल्ली क्यूटा को जब दूध पिलाया तब उन्होंने ध्यान दिया कि बिल्ली बिना गिराए या फैलाए दूध को चाट रही है। स्टॉकर ने देखा कि बिल्ली ने अपना मुंह तक गीला नहीं किया है। हाल तक वैज्ञानिक यही सोचते थे कि दूध पीने के दौरान बिल्ली भी अपनी जीभ को जे आकार में ढाल लेती है लेकिन बिल्ली इस मामले में कुत्ते से अधिक व्यवस्थित तरीका अपनाती है। इस बात से चकित होकर स्टॉकर और उनके साथियों ने इस पहेली के रहस्य को समझने का निर्णय लिया। उन्होने एक सेकेण्ड में 1000 फोटो लेने वाले उच्च गति के वीडियो कैमरे मे बिल्ली के दूध पीने की घटना को रिकार्ड किया।

दूध पीता हुआ कुत्ता

स्टॉकर और उनके सहयोगियों ने इस धारणा को परखने के लिए बिल्ली की जीभ का एक ऐसा रोबोटिक संस्करण बनाया जो पानी भरे प्याले में ऊपर नीचे हो सकता था। इस प्रयोग से बिल्ली द्वारा पेय को चाटने के पहलुओं को विभिन्न प्रकार से और व्यवस्थित रूप से समझने और उसके लिए एक संकल्पना विकसित करने में मदद मिली। इससे यह साबित हुआ कि बिल्ली द्वारा चाटने की परिघटना अधिक सलीकेदार और सूक्ष्म है जिसके कारण वह बहुत तीव्रता से पेय पीती है।

संबंधित कहानियां

No stories found.
India Water Portal - Hindi
hindi.indiawaterportal.org