पाठशाला जल, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम

स्वच्छता अपनाने का गलत तरीका
स्वच्छता अपनाने का गलत तरीका

पाठशाला जल, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के सेवाभावी छात्र/छात्राओं का चयन कर उनके माध्यम से अन्य बच्चों, परिवारों व समुदाय में स्वच्छता व स्वास्थ्यप्रद आदतों का प्रचार-प्रसार करना व व्यवहारगत परिवर्तन लाना लक्षित है।

इस कार्यक्रम में बच्चों की अहम् भूमिका है। विद्यालय में बच्चों को स्वच्छता व स्वास्थ्यप्रद आदतों की न सिर्फ जानकारी दी जायेगी अपितु नियमित अभ्यास भी कराया जाएगा, जिससे वे इन्हें अपने जीवन में अपना सकें और परिवार व समुदाय में स्वच्छ परिवेश विकसित करने में अपना योगदान दे सकें। पर्यावरण की स्वच्छता व सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार से ही आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा। बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार व स्वास्थ्यप्रद परिवेश के विकास से बच्चों की प्रशस्त हो सकेगा। बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार व स्वास्थ्यप्रद परिवेश के विकास से बच्चों को सीखने-समझने में वृद्धि होगी। इससे उनकी शैक्षिक उपलब्धियों में गुणात्मकता परिलक्षित होगी।

इसी को ध्यान में रखकर इस माड्यूल में छात्र/छात्राओं द्वारा विद्यालयों में की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का समावेश किया गया है। संदर्भ व्यक्तियों से अनुरोध है कि प्रशिक्षण के दौरान उन समस्त गतिविधियों का अभ्यास छात्र/छात्राओं को करवाया जाए, जिन्हें नियमित रूप से उन्हें विद्यालय में अन्य सभी छात्र/छात्राओं के सहयोग व शिक्षकों के मार्गदर्शन से करना है। इससे बच्चों को स्वच्छता व स्वास्थ्यप्रद आदतों की जानकारी हो सकेगी। साथ ही अभ्यास करने का व अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा व अवसर भी मिल सकेगा।

विद्यालय स्तर पर की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी इस प्रशिक्षण माड्यूल में दी गई है। अतः आपसे अनुरोध है कि दी गई गतिविधियों को निर्देशानुसार बच्चों से कराए जिससे उन्हें व्यावहारिक अनुभव दिया जा सकें। प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को संक्षिप्त सैद्धांतिक जानकारी दी जाएं तदुपरांत प्रत्येक कार्य का बार-बार अभ्यास करवाया जाए।

पूरा मैन्युअल अटैचमेंट में उपलब्ध है
 

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