बेतवा नदी के उदगम स्थल सूख गए, वेबिनार का आयोजन
विषय : बेतवा नदी के सूखे उदगम स्थल को पुनर्जीवित करने के संबंध में राष्ट्रीय वेबिनार 9 मार्च 2025 सुबह 7.30 बजे आपकी सहभागिता का अनुरोध
आपको यह अप्रिय सूचना साझा करते हुए बहुत पीड़ा हो रही है कि मध्य भारत की गंगा कहलाने वाली पवित्र पौराणिक बेतवा नदी के उदगम स्थल ने कुछ समय पहले दम तोड़ दिया। इस सदानीरा नदी पर औद्योगिक और मल मूत्र के नालों के प्रदूषण, रेत उत्खनन और वनों की अवैध कटाई से बड़ा खतरा मंडरा रहा था। इसी परिपेक्ष्य में हमने फरवरी मार्च 2023 में जन सहयोग से बेतवा नदी की अध्ययन एवं जन जागरण यात्रा का आयोजन किया था जिसमें देश भर के प्रतिष्ठित पर्यावरणविदों की भागीदारी हुई थी।
इस दौरान मध्य प्रदेश सरकार ने जून 2024 में बेतवा नदी के उदगम स्थल से जल गंगा संवर्धन योजना शुरू की थी लेकिन इसका कार्यान्वयन नहीं होने से बेतवा नदी अपने उदगम स्थल पर सूख गई। यह मध्य प्रदेश के हम सभी निवासियों और प्रदेश सरकार के लिए अत्यंत शर्मनाक है कि हम अपनी पौराणिक नदी के उदगम स्थल को भी नहीं बचा पाए।
हम सब प्रकृति और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील नागरिकों का यह कर्तव्य है कि अपने सकारात्मक और रचनात्मक योगदान से बेतवा नदी के उदगम स्थल को पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास करें और इस अभियान को जन अभियान बनाकर सरकार के जिम्मेदार विभागों को भी नदी के उदगम और यात्रा मार्ग को संरक्षित और संवर्धित करने की समय बद्ध योजना बनाने के लिए बाध्य करें।
इसी परिपेक्ष्य में 9 मार्च 2025 को सुबह सात बजे एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप इस वेबिनार में सहभागिता कर अपने सुचिंतित सुझाव दें ताकि इस अभियान को सफल बनाया जा सके।
वेबिनार से जुड़ने के लिए लिंक निम्न है...
https://meet.google.com/ecw-fbsv-rfc
डॉआर के पालीवाल,
एवं
डॉ सुरेश गर्ग
संयोजक,
बेतवा नदी का अध्ययन एवं जन जागरण समूह
भोपाल / विदिशा