जल भारत की जीवनरेखा है - यह समुदायों को जोड़ता है, भौगोलिक रूपरेखाओं को आकार देता है, और राजनीति से लेकर संस्कृति तक को प्रभावित करता है। लेकिन इसकी कहानी केवल संकट या अधोसंरचना तक सीमित नहीं है; यह बदलाव, नवाचार और जिजीविषा की एक जीवंत कथा भी है। यह समझना कि विविध समुदाय पानी के साथ कैसे संवाद करते हैं, केवल संकट की कहानी नहीं, बल्कि नवाचार और बदलाव की कहानियाँ उजागर करता है।
आईडब्ल्यूपी फेलोशिप लेखकों, पत्रकारों और कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक अवसर है कि वे इन पहलुओं को गहराई से समझें और भारत की जल वार्ताओं में नई दृष्टिकोण लेकर आएं।
2007 से, इंडिया वॉटर पोर्टल (IWP) भारत की जल वास्तविकताओं का दस्तावेजीकरण कर रहा है। अब तक 12,500+ लेखकों द्वारा अंग्रेजी और हिंदी में लेख, शोधपत्र, साक्षात्कार और मल्टीमीडिया कहानियाँ प्रकाशित की जा चुकी हैं। यह फेलोशिप ज़मीनी रिपोर्टिंग और रचनात्मक स्टोरीटेलिंग को समर्थन देती है — लेखों से लेकर फ़ोटो-निबंध और मिक्स्ड मीडिया कहानियों तक।
हम 5 ऐसे फेलोज़ को चुनेंगे जो कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों से गहराई से जुड़े हों और ऐसे जल मुद्दों पर काम करना चाहते हों जिन्हें अधिक ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। स्थानीय कहानीकारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
हम उन लेखकों और पत्रकारों का स्वागत करते हैं जो जल और पर्यावरण पर प्रभावशाली स्टोरीटेलिंग के लिए प्रतिबद्ध हैं। कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों से रिपोर्टिंग करने वाले और स्थानीय समझ रखने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी। पत्रकारिता में अनुभव को वरीयता दी जाएगी।
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म (हिंदी) (अंग्रेज़ी) भरें और निम्नलिखित उत्तर दें:
टिप्पणी: स्पष्ट, शोधपूर्ण और स्थानीय समझ के साथ तैयार की गई स्टोरी आइडियाज़ अधिक प्रभावशाली होंगी!