कुछ, खरपतवार और औषधीय पौधों की पत्तियों के सत्त की जीवाणुरोधी और कवकरोधी गतिविधियों का तुलनात्मक अध्ययन: एक इन विट्रो अध्ययन (Comparative screening of antibacterial and antifungal activities of some weeds and medicinal plants, leaf extracts : An in-vitro
सारांश:
Abstract
प्रस्तावना
सामग्री एवं विधि
निष्कर्ष प्रक्रियाएँ:
(क) 20 प्रतिशत जलीय सत्त निकालने के लिये 2 ग्राम हवा में सुखाए पौधे को मूसल और मोर्टार में दस मिली. पानी में पीसा गया। वाटमान फिल्टर पेपर नम्बर 1 का उपयोग कर सत्त (निष्कर्ष) को छान लिया गया। (ख) 20 प्रतिशत एल्कोहॉल सत्त निकालने के लिये 2 ग्राम हवा के सूखे पौधे को मूसल और मोर्टार में 20 मिली. मिथाइल एल्कोहॉल में पीसा गया और 2-3 दिनों के लिये मिथाइल एल्कोहॉल के सम्पूर्ण वाष्पीकरण के लिये ओवन में सुखाया गया। सूखे मिश्रण में 10 मिली. मिथाइल एल्कोहॉल मिलाकर वाटमान फिल्टर पेपर नंबर 1 से फिल्टर किया गया था। छनित्र (फिल्टरेट) को एकत्रित करके 40C में जीवाणुहीन ट्यूबों में फिल्टर किया गया।
टेस्ट जीवों की तैयारी:
इस अध्ययन में प्रयोग परीक्षण जीवों के रूप में दस सूक्ष्मजीवों में सम्मिलित पाँच जीवाणु (बैसीलस सब्टिलिस, एन्टीरोबैक्टर एरोजीन्स, ई. कोलाई, क्लैबसिएला न्यूमोनी, स्यूडोमोनास ऐरुजिनोसा) और पाँच कवक (अॅाल्टरनेरिया पोरी, ऐस्परजिलस फ्लेवस, ऐस्परजिलस नाइजर, ऐस्परजिलस औराइज़ी पेनिसीलियम क्राइसोजिनम) अध्ययन किया गया। सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली से प्राप्त किए गए। जीवाणुओं और कवकों के टाइप कल्चर क्रमशः पेाषक तत्व अगर (न्यूट्रिऐंट अगार मीडिया) और आलू डेक्सट्रोज अगर (पोटेटो डेक्सट्रोज) पर संरोपित (सबकल्चर) किये गये थे। जब तक अध्ययन के लिये आवश्यक थे, 40C पर संग्रहित किये गए।
रोगाणुरोधी गतिविधि परीक्षण:
जीवाणुरोधी गतिविधि का आकलन करने के लिये 0.6 मिली मानकीकृत जीवाणु शेयर निलंबन (बैक्टीरियल स्टॉक सस्पेंशन) 60 मिली जीवाणुहीन पोषक तत्व अगर के साथ मिलाया गया। 20 मिली. संरोपित पोषक तत्व अगर जीवाणुहीन पेट्री डिश में वितरित किया गया। डिश को कम से कम मिनट तक सुखाया गया। प्रत्येक थाली में 10 मिमी. व्यास के कूपक एक जीवाणुहीन छिद्रक के द्वारा (कॉर्क बॉरर नंबर 4) बनाये गये। अगर सतह से सत्त के प्रसार को रोकने के लिये एक बूँद पोषक तत्व अगर से कूपक की सतह को बंद किया गया। चार में से तीन कूपकों में 0.1 मिली जीवाणुहीन जल/एल्कोहॉल डाला गया और नियंत्रित के रूप में चिन्हित किया गया। फिर प्लेटो को 370C पर रात भर संरोपण किया गया। कूपक के आस-पास के निषेध क्षेत्र की उपस्थिति इस गतिविधि का सबूत था। प्रत्येक परीक्षण तीन बार दोहराया गया और नियंत्रण की तुलना में, पौधों के सत्त द्वारा उत्पादित निषेध क्षेत्रों के व्यास का मध्यमान जीवाणुरोधी गतिविधि के रूप में व्यक्त किया गया। जीवाणुओं के समान यह विधि कवक प्रजातियों के लिये भी अपनायी गई। पोषक तत्व अगर के स्थान पर पोटेटो डेक्सट्रोज अगर का प्रयोग किया गया।
परिणाम एवं विवेचना
सारणी 1 - अगर प्रसार विधि द्वारा विभिन्न पौधों की पत्तियों के जलीय तथा मिथेनॉलिक सत्त की जीवाणुरोधी और कवकरोधी गतिविधियों का अंतः पात्र अध्ययन | ||||||||
| क्विसक्वैलिस इंडिका | कैलोट्रॉपिस प्रोसेरा | एकीरैन्थीज एस्पेरा | ओसीमम सैंक्टम | ||||
टेस्ट प्रजातियाँ | ज.स. | मि.स. | ज.स. | मि.स. | ज.स. | मि.स. | ज.स. | मि.स. |
निषेध जोन (मिमी.) जीवाणु प्रजातियाँ बैसिलस सब्टिलिस | 16 | 18 | 13 | 15 | 13 | 15 | 06 | 08 |
एन्टीरोबैक्टर एरोजीन्स | 09 | 11 | 10 | 12 | 12 | 13 | 05 | 07 |
ई. कोलाई | 14 | 17 | 08 | 10 | 10 | 12 | 04 | 06 |
क्लैब्सिएला न्यूमोनी | 12 | 15 | 12 | 14 | 13 | 14 | 05 | 07 |
स्यूडोमोनास ऐरुजीनोसा | 13 | 15 | 06 | 08 | 12 | 14 | 04 | 05 |
कवक प्रजातियाँ ऑल्टरनेरिया पोरी | 20 | 21 | 06 | 07 | 18 | 20 | 04 | 05 |
ऐस्परजिलस फ्लेवस | 17 | 19 | 04 | 06 | 17 | 19 | 03 | 05 |
ऐस्परजिलस नाइजर | 15 | 17 | 04 | 06 | 18 | 19 | 04 | 06 |
ऐस्परजिलस औराइज़ी | 16 | 18 | 04 | 06 | 20 | 21 | 03 | 04 |
ऐस्परजिलस क्राइसोजिनम | 18 | 21 | 06 | 08 | 18 | 20 | 04 | 06 |
ज.स. - जलीय सत्त मि.स.- मिथेनॉलिक सत्त |
विभिन्न एकाग्रता स्तर पर तुलसी की जीवाणुरोधी गतिविधि कुछ हद तक कवकरोधी गतिविधि में अपेक्षाकृत अधिक पायी गई थी।
जाँच के उद्देश्य से किये गये जीवाणुरोधी परीक्षण के अनुसार ग्राम पॉजिटिव बैक्टीरिया सब्टीलिस, ग्राम नैगेटिव बैक्टीरियल प्रजातियों की तुलना में अत्यधिक संवेदनशील पाए गए। ऐसा ग्राम पॉजीटिव और ग्राम निगेटिव बैक्टीरिया के बीच सेल वाल संरचनाओं में अंतर के कारण हो सकता है। ग्राम निगेटिव बैक्टीरिया की बाहरी झिल्ली एंटीबायोटिक सहित कई र्प्यावरणीय पदार्थों, के लिये एक बाधा के रूप में कार्य करता है।
समग्र तुलनात्मक अध्ययन से पता चलता है कि पत्ती का मीथेनॉल सत्त बैसिलस सब्टीलिस के लिये अधिकतम जीवाणुरोधी गतिविधि और ऑल्टरनेरिया पोरी, ऐस्परजिलस ओराइजी और पेनिसिलियम क्राइसोजिनम के लिये अन्य फंगल प्रजातियों की तुलना में अधिकतम कवकरोधी गतिविधि गुणों वाला है।
विभिन्न पौधों की पत्तियों की जीवाणुरोधी और कवकरोधी गतिविधियों के इन रोगाणुओं के विपरीत तुलनात्मक विश्लेषण से ज्ञात हुआ है कि इन पौधों में नए रोगाणुरोधी एजेंटों के विकास और बाहर ले जाने के लिये आगे औषधीय मूल्यांकन के लिये विकल्प एंटीबायोटिक पदार्थ की खोज की संभावना है।
संदर्भ
सम्पर्क
शुभदा कपिल, श्वेता सांगुरी, पूर्णिमा गोपीनाथन, एफ के पांडे एवं तृप्ति भटनागर Shubhada Kapil, Sweta Sanguri, Purnima Gopinathan, FK Pandey & Tripti Bhatnagar
कोडोन बायाटेक प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा (उ.प्र.), Codon Biotech Pvt Ltd, Noida (U.P.)