मानसूनी जलवायु (Monsoon climate)
एक विशिष्ट प्रकार की जलवायु जिसमें स्पष्ट ग्रीष्म एवं शीत ऋतुएं पायी जाती हैं और ऋत्विक परिवर्तन के अनुसार जलवायु दशाओं-तापमान, वायुदाब, हवाओं की दिशा, वर्षा आदि में महत्वपूर्ण परिवर्तन होता है। मानसूनी जलवायु का विस्तार उत्तरी तथा दक्षिणी दोनों गोलार्द्धों में सामान्यतः 50 से 300 अक्षांशों के मध्य पाया जाता है। इन क्षेत्रों को मानसूनी प्रदेश कहते हैं। इसके अंतर्गत दक्षिणी, द.पू. एवं पूर्वी एशिया (मानसून एशिया),अफ्रीका का पूर्वी तटीय भाग, सं.रा. अमेरिका का दक्षिण-पूर्वी तटीय भाग तथा आस्ट्रेलिया का उत्तरी भाग सम्मिलित है।
मानसूनी प्रदेशों में प्रायः वर्षभर तापमान ऊँचा रहता है। ग्रीष्म ऋतु में औसत तापमान 350 से 400सेल्सियस के मध्य रहता है किन्तु कुछ आंतरिक स्थलीय भागों में तापमान 470 सेल्सियस से भी अधिक पहुँच जाता है, भीषण गर्मी पड़ती है और उष्ण लहरें चलती हैं। इसके विपरीत शीत ऋतु में तापमान सामान्यतः 100 से 250 सेल्सियस के मध्य रहता है किन्तु कुछ भागों में आकस्मिक हिमपात आदि के प्रभाव से तापमान शून्य अंश (हिमांक) से भी नीचे चला जाता है जिससे शीत लहर चलने लगती है। इन प्रदेशों में मुख्यतः चक्रवाती तथा पर्वतीय प्रकार की वर्षा होती है किन्तु वर्षा के क्षेत्रीय वितरण में अधिक विषमता पायी जाती है। मानसूनी जलवायु प्रदेशों में चौड़ी पत्तीवाले पतझड़ वृक्ष पाये जाते हैं जो वर्ष में एक बार (निश्चित अवधि) में अपनी पत्तियां गिरा देते हैं।