कृषि
बाँध का पेट खाली, खेत माँगे पानी
छत्तीसगढ़ में कम वर्षा से हाहाकार मचा हुआ है। किसान अपनी सूखती फसल के लिए पानी माँगने सड़कों पर उतरे तो उन पर बड़ी बेरहमी से लाठियाँ बरसाई गईं। रमन सिंह सरकार के खिलाफ प्रदेश भर के किसान गुस्से में हैं। वहीं कांग्रेस ने बाँधों से पानी छोड़ने के लिए प्रदर्शन कर पूरे प्रदेश को सूखा प्रभावित घोषित करने की माँग की है।
“बारिश नहीं हुई तो धान की बालियाँ ठीक से नहीं आएगी। यदि आ भी गई तो दाना भरना कठिन होगा।”
“राज्य में जिस तरह के हालात बन गए हैं, उसे देखते हुए सरकार को सूखा घोषित कर देना चाहिए। यदि समय रहते किसानों के खेतों को पानी नहीं मिला तो धान का कटोरा खाली रह जाएगा। धान के कटोरे में भूख और बेबसी के सिवा कुछ नहीं दिखेगा।”
“राज्य सरकार ने 60 फीसदी से कम बारिश वाली तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित करने की तैयारी कर ली है। कलेक्टरों से प्राप्त आनावारी रिपोर्ट के अनुसार तहसीलों को सूखा प्रभावित घोषित किया जाएगा। साथ ही सूखा ग्रस्त तहसीलों के लिए अतिरिक्त पैकेज के लिए केन्द्र सरकार को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी।”