गिरिडीह में फसलों की उत्पादकता बढ़ाने को विभाग गंभीर

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गिरिडीह जिले में कृषि विभाग फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए गंभीर है। चाहे वह धान की फसल हो या कोई अन्य जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि श्रीविधि से धान की खेती के कारण उत्पादकता में वृद्धि हुई है। विभाग भी इस ओर गंभीर है। इसी कड़ी में विभाग ने द्वितीय हरित क्रांति के तहत जिले के पांच ब्लाक पीरटांड़, बगोदर, जमुआ, तिसरी व देवरी को प्रस्ताव भेजा है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति एकड़ चार सौ रुपये प्रोत्साहन राशि दी जानी है। साथ ही कृषकों को अनुदान पर बीज खाद की भी व्यवस्था करायी जानी है। उनके अनुसार, सघन रूप से वैसे क्षेत्रों का चयन किया जाना है, जहां सिंचाई की सुविधा हो। जिला कृषि पदाधिकारी का मानना है ऐसे उपायों से जिले में खेती की उत्पादकता बढ़ेगी।

त्वरित दलहन विकास कार्यक्रम

जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार ने कहा कि एथ्रीपी यानी त्वरित दलहन विकास कार्यक्रम के तहत बिरनी व सरिया में पांच-पांच हेक्टेयर में अरहर की खेती की जानी है। इस योजना के तहत कलस्टर स्तर पर प्रत्यक्षण किया जाना है। इसके लिए किसानों को अनुदानित मूल्य पर बीज, सूक्ष्म पोषक तत्व व दवा का वितरण किया जाना है। ताकि किसानों को कृषि कार्य में लाभ हो।

कृषकों को अनुदान पर मिलता है उपकरण

जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि फसलों की पैदावार बढ़ाने व कृषकों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग द्वारा किसानों को अनुदानित मूल्य पर कृषि उपकरण आवंटित किया जाता है। ताकि खेती में सुधार हो। विभाग ने इस कड़ी में पंप सेट, ट्रैक्टर, थ्रेसर मशीन, पॉवर टीलर समेत अन्य सामग्री वितरित किया है. जिला कृषि पदाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि कृषि विभाग फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए मौसम के अनुरूप सेमिनार व कार्यशाला करता है।

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