कृषि
क्या नहरों से नलकूपों पर शिफ्ट होगी सिंचाई
सिंचाई हेतु जहां एक भी समर्सिबल पहुंच गया हैं, वहां आसपास के कई ट्युबवेल, कुंए, तालाब और हैंडपम्पों की छुट्टी हो गई है। पीने का पानी पाने के लिए समर्सिबल मालिक की मिन्नतें करनी पड़ रही है। कुंए बड़ी तेजी के साथ खाली लोटे में तब्दील हो रहे हैं। क्या इस नये परिदृश्य को नजरअंदाज किया जा सकता है? इसे नजरअंदाज कर नलकूपों को प्रोत्साहित करने की नई योजना बनाना कितना जायज है? नहर या नलकूप? देश में नदियों की बदहाली के मद्देनजर यह लंबी बहस का विषय हो सकता है।