शेखावाटी के किसानों को मोरारका फाउंडेशन की देन: कम पानी और मिट्टी के बिना खेती कैसे करें

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विदेशी तरीके से बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को लगाने में 50-60 लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि मोरारका फाउंडेशन ने महज 5-6 लाख रुपये में नेचुरल तरीके से इस प्लांट को तैयार किया है। मोरारका फाउंडेशन ने सितंबर 2009 में नवलगढ़ में पानी को साफ करने का यह प्लांट लगाया था। इसमें प्रतिदिन दस हजार लीटर गंदे पानी को साफ किया जाता है। गंदे पानी को साफ करने के लिए देशी वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कोयला, रेत, बजरी, वर्मी कंपोस्ट, इंदौरी घास और ग्रीन नेट। इन वस्तुओं की सहायता से गंदे पानी में पाए जाने वाले तमाम बैक्टीरिया और अशुद्धता को दूर करके पानी को बहुत हल्का और साफ कर दिया जाता है।

हाइड्रोपोनिक तकनीक

ट्रे कल्टीवेशन

गंदे पानी को सिंचाई लायक बनाना

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