संसार के विशाल रेगिस्तान

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”रेगिस्तान उच्च वायुमंडलीय दाब के क्षेत्र में, जैसे सहारा या ठंडी महासागरीय धाराओं द्वारा महाद्वीपों के पश्चिमी तट (अटाकामा तथा कालाहारी रेगिस्तान) पर निर्मित हो सकते हैं। रेगिस्तान किसी महाद्वीप के भीतरी क्षेत्र में भी स्थित हो सकते हैं, जहां विशाल पर्वतों की श्रृंखलाएं इस क्षेत्र में वर्षा को रोके रखती हैं; गोबी रेगिस्तान इसका अच्छा उदाहरण है।“

-मैकमिलन एनसायक्लोपीडिया, 1981

भूमध्य रेखा के दोनों ओर रेगिस्तान की दो पट्टियां हैं। ये अफ्रीका तथा आस्ट्रेलिया के महाद्वीपों में फैले विशाल रेगिस्तान हैं। संसार का सबसे विशाल रेगिस्तान उत्तरी अफ्रीका में स्थित है। दक्षिण-पश्चिमी एशिया तथा मध्य एशिया की भूमि पर रेगिस्तान लगभग पूरी तरह से फैले हुए हैं। अमेरीका के दक्षिण पश्चिमी राज्यों (केलिफोर्निया, एरीज़ोना, नेवादा तथा न्यू मैक्सिको) का अधिकांश क्षेत्र रेगिस्तानी है। उत्तर मैक्सिको का अधिकांश भाग भी रेगिस्तान है। यूरोप में कोई रेगिस्तान नहीं है। दक्षिण अमेरीका में रेगिस्तान संकरी तटीय पट्टी के रूप में चिली व पेरू में स्थित हैं।

विश्व के मुख्य रेगिस्तान

1. अरब रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क तथा अतिशुष्क; अरब प्रायद्वीप, 23,30,000 वर्ग कि.मी.।

2. अटाकामा -

गर्म, अतिशुष्क आरै शुष्क; चिली; 1,40,000 वर्ग कि.मी.।

3. आस्ट्रेलियन रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क व अर्धशुष्क; आस्ट्रेलिया, 15,00,000 वर्ग कि.मी.।

4. चिहोहुआ रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; मैक्सिको, अमेरिका, 5,18,000 वर्ग कि.मी.।

5. डेथ वैली रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; केलिफोर्निया, अमेरिका, 13,812 वर्ग किमी.।

6. गोबी रेगिस्तान –

ठंडा, शुष्क व अर्धशुष्क; चीन एवं मंगोलिया, 1300,000 वर्ग कि.मी.।

7. ग्रेट बेसिन रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; अमेरीका, 4,09,000 वर्ग कि.मी.।

8. कालाहारी रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; दक्षिण अफ्रीका, 500,000 वर्ग कि.मी.।

9. काराकुम रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; तुकर्मनिस्तान, 29,7900 वर्ग कि.मी.।

10. मोजावे रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; केलिफोर्निया और नेवादा (अमेरिका) 65,000 वर्ग कि.मी.।

11. नामीब रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; बोटस्वाना, पूर्वी नामीबिया तथा दक्षिण अफ्रीका का उत्तरी भाग, 1,35,000 वर्ग कि.मी.।

12. नेगेव रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; इज़राइल, 12,170 वर्ग कि.मी.।

13. पेटागोनियन रेगिस्तान -

ठंडा, शुष्क; अर्जेंटीना, 6,73,000 वर्ग कि.मी.।

14. सहारा रेगिस्तान -

गर्म, अति शुष्क, उत्तरी अफ्रीका, 8,600,000 वर्ग कि.मी.।

15. सोनारन रेगिस्तान -

गर्म, शुष्क; एरीजानो (अमेरिका) 275,000 वर्ग किमी. ।

16. ताकला-माकन रेगिस्तान -

ठंडा, शुष्क; जिंजियागं राज्य, चीन, 3,27,000 वर्ग कि.मी.।

17. थार रेगिस्तान -

गर्म, अति शुष्क; भारत, पाकिस्तान, (200,000 वर्ग किमी )।

यहां दिए गए किसी भी रेगिस्तान का क्षेत्रफल लगभग अनुमानित है, इनका क्षेत्रफल कम या अधिक हो सकता है क्योंकि भूर्गभशास्त्र के अनुसार इनका क्षेत्रफल पूर्ण रूप से परिभाषित नहीं है।

अरब प्रायद्वीपीय रेगिस्तान

अटाकामा रेगिस्तान

अटाकामा रेगिस्तान

आस्ट्रेलियन रेगिस्तान

आस्ट्रेलिया रेगिस्तान को निम्नांकित तीन भागों में विभाजित किया जा सकता हैः-

दि ग्रेट सेंडी रेगिस्तानः

आस्ट्रेलियन रेगिस्तानों में दि ग्रेड सेंडी रेगिस्तान सबसे बड़ा रेगिस्तान हैं। यह रेगिस्तान पश्चिमी आस्ट्रेलिया के उत्तर में स्थित हैं और इसका क्षेत्रफल लगभग 3,40,000 वर्ग कि.मी. है। इसमें रॉकी पर्वत और पिलेबरा एवं किंब्रले पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य समतल क्षेत्र आता है। इसके अतिरिक्त आस्ट्रेलिया का कोई भी रेगिस्तान समुद्र तट के किनारों तक फैला हुआ नहीं है। यहां वर्षा अधिक होती है तथा औसत वर्षा 250 से 300 मि.मी. तक होती है। किंतु यहां उच्च ताप के कारण बारिश के अधिकतर जल का वाष्पीकरण हो जाता है और वनस्पति तथा जीवों के लिए जल की उपलब्धता बहुत ही सीमित हो जाती है। यहां दिन का तापमान 300 से 420 सेल्सियस के बीच रहता है।

तनामी रेगिस्तान:

यह रेगिस्तान ‘दि ग्रेट सेंडी रेगिस्तान’ के पूर्व में स्थित हैं और इनका क्षेत्रफल 37,500 वर्ग कि.मी. है। तनामी पृथ्वी का शुष्क स्थल और प्रमुख विलगित (आइसोलेटेड्) रेगिस्तान है। यहां की मुख्य वनस्पतियों में ‘स्पीनिफेक्स घास’ (नुकीली पत्ती वाली घास जो तट क्षेत्र को बांधती है), बबूल तथा अन्य छोटी झाडि़यां आदि होती हैं। इस रेगिस्तान में बहुत छोटे कद के लाल रंग के कंगारू, जिनकी प्रजाति समाप्त होने के कगार पर है, बड़ी संख्या में मौजूद हैं।

सिम्पसन रेगिस्तान:

सिम्पसन रेगिस्तान आस्ट्रेलिया के मध्य भाग में स्थित है तथा यह करीब 170,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। वनस्पतियों के आधार पर यहां विश्व के सबसे लंबे समानांतर रेत के टीले और अर्ग हैं। बिग रेड (नापानरीका) बहुत प्रसिद्ध रेतीला टिब्बा है, जिसकी ऊंचाई 40 मीटर है।

अन्य आस्ट्रेलियन रेगिस्तानों की तुलना में सिम्पनसन रेगिस्तान में वर्षा कम और अनियमित होती है। सिम्पसन रेगिस्तान के नीचे ग्रेट आर्टेशियन द्रोणियां स्थित हैं। यहां पर अनेक प्राकृतिक स्रोतों और कृत्रिम नल-कूपों द्वारा पानी की उपस्थिति बनी रहती है। लेकिन दुर्भाग्य से जल के अनियंत्रित दोहन के कारण इन स्रोतों में जल स्तर बहुत कम हो गया है। इस रेगिस्तान में मुख्य वनस्पतियां ‘स्पीनिफेक्स’ घास तथा अन्य झाडि़यों के रूप में होती है।

दि ग्रेट विक्टोरिया रेगिस्तान:

‘दि ग्रेट विक्टोरिया रेगिस्तान’ का क्षेत्रफल 338,000 वर्ग कि.मी. है। इस विशाल रेगिस्तान में रेतीले टीलों की भरमार है। चिरपरिचित बालू के टीलों के अतिरिक्त यहां पर चिकनी मिट्टी के बने अर्धचंद्राकार बालू के टीले हैं जो यहां बहुतायत में मिलते हैं। ये अर्धचंद्राकार बालू के टीले ‘लंकटें टिब्बा’ कहलाते हैं। यहां पर समतल क्षेत्र भी होते हैं जो छोटे-छोटे आयरन ऑक्साइड से चमचमाते गोल पत्थरों से भरे रहते हैं। यहां पर वनस्पति बहुतायत से होती है। दि गेट विक्टोरिया रेगिस्तान ‘विज़ार थौर्नी डेविल’ सहित सरीसृप जीवों के कारण यह रेगिस्तान प्रसिद्ध हैं।

गिब्सन रेगिस्तान:

पश्चिमी आस्ट्रेलिया के विशाल रेगिस्तान के मध्य में गिब्सन रेगिस्तान स्थित है। यह ग्रेड सेंडी तथा ग्रेट विक्टोरिया रेगिस्तान के बीच में स्थित है तथा इसका क्षेत्रफल 156,000 वर्ग कि.मी. है। इसका नामकरण आस्ट्रेलिया महाद्वीप की खोज करने में सफल होने वाले ‘अल्फ्रेड गिब्सन’ के नाम पर किया गया है। अल्फ्रेड गिब्सन ने इस रेगिस्तान को 1874 में पार करने का असफल प्रयास किया था। इस रेगिस्तान में मिलने वाले जीवों में रेड कंगारू प्रमुख हैं।

स्टुअर्ट पथरीला रेगिस्तान:

यह रेगिस्तान विस्तृत गिब्बर समतली क्षेत्र, लाल मिट्टी तथा रेत के टीलों के लिए जाना जाता है। इस रेगिस्तान का नामकरण 1844 में चाल्र्स स्टुअर्ड के नाम पर किया गया। स्पष्टतः स्टुअर्ड मध्य आस्ट्रेलिया में पहुंचना चाह रहा था और वहां के पथरीले मैदानों से उसके घोडे़ के घुटने व मवेशीयों के खुरों में जख्मी हो गए थे। इस रेगिस्तान के बारे में कम ही जानकारी है। इसकी खोज उन्नीसवीं शताब्दी में ‘ट्रेलगी’, ‘स्टुअर्ट’ तथा ‘आइर’ ने की थी। इस क्षेत्र में जीव तथा वनस्पतियों की संख्या बहुत कम हैं। यहां मिलने वाली वनस्पतियों में नुकीले अथवा कांटेदार झाडियां मुख्य हैं।

मुख्यतः यहां उगने वाले छोटे आकार की झाडि़यां, शुष्क तथा लवणीय वातावरण में ही पाई जाती हैं जिनका उपयोग भेड़ के चारे के रूप में होता है।

आस्ट्रेलियाई रेगिस्तान में पाए जाने वाले खनिजों में ‘ओपल’ (दूधिया रंग का बहुमूल्य पत्थर) मुख्य है। इसके अतिरिक्त यहां स्वर्ण, जस्ता, लोहा, लैड आदि भी मिलते हैं।

चिहोदेदुआ रेगिस्तान

डैथ वैली

केलिर्फोनिया स्थित डेथ वेली रेगिस्तान

गोबी रेगिस्तान

गोबी रेगिस्तान का दृश्य

दि ग्रेट बेसिन रेगिस्तान

कालाहारी रेगिस्तान का दृश्य

कालाहारी रेगिस्तान

कराकुम रेगिस्तान

मोजावे रेगिस्तान

नामीब रेगिस्तान

नेगेव रेगिस्तान

पैटागोनिया रेगिस्तान

सहारा रेगिस्तान

सहारा रेगिस्तान

सोनारन रेगिस्तान

सोनारम रेगिस्तान

ताकला माकन रेगिस्तान

ताकला माकन रेगिस्तान का अर्थ है -

जहां से वापसी असंभव है। यह क्षेत्र शुष्क पथरीले समतल और अस्थाई रेतीले टीलों से बना है। यहां विश्व के सर्वाधिक अस्थाई रेतीले टीले मौजूद होते हैं। इस रेगिस्तान के करीब 85 प्रतिशत भाग पर बालू के टीले हैं जहां बहुत ही कम संख्या में या न के बराबर वनस्पतियां उगती हैं। इसका क्षेत्रफल 3,27,000 वर्ग किलोमीटर है। इस रेगिस्तान में वार्षिक वर्षा का औसत 40 से 100 मि.मी. है। बर्फ से आच्छादित पहाडि़यों की बर्फ से पिघलने से प्राप्त पानी से अनेक नदियां इस रेगिस्तान से होकर गुजरती हैं।

थार रेगिस्तान

थार रेगिस्तान

रेगिस्तान क्षेत्र में खेजरी वृक्षों का दृश्य

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