जलवायु परिवर्तन
नये वर्ष में पुरानी सुगबुगाहटें
अनेक मामलों में वर्ष 2015 काफी नैराश्य पैदा करने वाला रहा है। पेरिस जलवायु सम्मेलन और नैरोबी विश्व व्यापार संगठन में विकसित देशों का रुखा रवैया साफ दर्शा रहा है कि उन्हें अपने अलावा किसी अन्य की चिन्ता नहीं है। इतना ही नहीं वे विकासशील देशों की एकता को भेदने में कुछ हद तक सफल भी हो गए हैं।
श्री मार्टिन खोर जेनेवा स्थित साउथ सेन्टर के कार्यकारी निदेशक हैं।