रीफ्स-समुद्र के नीचे एक रंगबिरंगी और आकर्षक दुनिया

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कोरल रीफ सिर्फ समुद्र के तल पर पड़ी कोई पुरानी चट्टान नहीं है बल्कि इससे भी बहुत कुछ है। बेहद बारीक ढाँचा, सम्बन्धों का जटिल तानाबाना और विभिन्न क्षेत्र (रीफ टॉप, रीफ साइड्स और तले के पास पड़े कंकड़ों के ढेर) समुद्री जीवों को रहने और छिपने की रहस्यमयी जगह उपलब्ध कराते हैं और परिणामस्वरूप यहाँ आपको मिलती है असाधारण विविधता

आस्ट्रेलिया स्थित ग्रेट बैरियर रीफ विश्व के प्राकृतिक अजूबों में से एक है और यह हमारे ग्रह पर सबसे बड़ा जीवित ढाँचा है। पृथ्वी पर सबसे जादुई समुद्री वातावरण को अपने भीतर व आस-पास समेटने वाली ग्रेट बैरियर रीफ विभिन्न आवासों की आपस में जुड़ी हुई सीरीज है, जिसमें निवास करते हैं इस ग्रह के सबसे विशिष्ट जीव। यह रीफ 1,200 मील से अधिक (करीब 2,000 किलोमीटर) क्षेत्र में फैली है और यह इतनी विशालकाय है कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। रीफ के अतिरिक्त ग्रेट बैरियर रीफ में सबसे गहराई में पाए जाने वाले मूंगे या रेतीले द्वीपों, जिन्हें केज कहा जाता है, की भी मेजबानी करती है। इन केज में विभिन्न प्रकार के वानस्पतिक समुदाय पाए जाते हैं।

यह रीफ 3,000 से अधिक विविध रीफों से मिलकर बनी है और यहाँ मछलियों, समुद्री जीवों और एंफीबियंस (पानी व जमीन पर रहने में सक्षम जीव) की 1,500 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। ग्रेट बैरियार रीफ में करीब 600 द्वीप हैं और यह आस्ट्रेलिया के पूर्वोत्तर तट के किनारे फैली हुई है। इस रीफ के सबसे हैरान करने वाले अजूबों मे हैं इसके अतुल्य जीव, जिनमें जमीन पर रहने सक्षम शार्क, शरीर की छोटी से छोटी मांसपेशी से निकलने वाले बेहद मामूली इलेक्ट्रिकल सिग्नल को पकड़ने में सक्षम बायो-इलेक्ट्रिक सेंसरी शार्क्स, जानलेवा घोंघे; फ्लोरेसेंट (अंधेरे में चमकने वाला) मूंगा, जानलेवा जैलीफिश; खारे पानी में रहने वाले मगरमच्छ या ‘साल्टीज’, बौनी मिंक व्हेल्स; हंपबैक व्हेल्स और पैरट फिश, जो रात के समय खुद को म्यूकस के ढेर में छिपा लेती है। यह म्यूकस उनके सिर पर स्थित एक अंग से निकलता है और व्हाइट-टिप शार्क्स का शिकार बनने से उन्हें बचाता है।

लगून की सतह के नीचे एक 100 साल पुराने मशहूर जहाज एसएस योंगाला का ढाँचा पड़ा हुआ है, जिसमें विविध प्रकार के जीव निवास करते हैं। यह लग्जरी जहाज करीब 100 साल पहले इस समुद्र में डूब गया था और अब यह आस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन डाइविंग स्थलों में शुमार है। मछलियों के झुंड के झुंड अपना पूरा जीवन इस मूंगा जड़ित ढाँचे के पास ही व्यतीत कर देते हैं और यहाँ उनके साथ समुद्री सांप, स्टिंग रेज, शार्क्स और जॉयंट क्वींसलैंड ग्रुपर भी रहती है। क्वींसलैंड ग्रुपर ऐसी मछली है, जो स्टिंग रेज और पूरी शार्क्स को निगलने में सक्षम होती है।

ग्रेट बैरियर रीफ के चारों तरफ कोरल सी की जंगली आउटर रीफ, मैंग्रूव्स और तटीय किनारे के आसपास वर्षावन मौजूद हैं। वातावरण का संयोजन ही ग्रेट बैरियर रीफ को बाकी ग्रह से जोड़ता है और इसमें ऐसे जीव भी शामिल हैं, जो बड़ी संख्या में एक साथ हजारों मील तैरकर यहाँ के गर्म पानी तक आते हैं। इनमें टाइगर शार्क्स, ग्रेट व्हेल्स और ग्रीन सी टर्टल शामिल हैं। हर साल-करीब 20 लाख पर्यटक ग्रेट बैरियर रीफ देखने आते हैं, लेकिन अब भी इसमें कई ऐसे रहस्य छिपे हुए हैं, जिनसे पर्दा उठना बाकी है।

पैसिफिक रीफ- 2,000 से अधिक जानवरों का घर बन चुका रंगीन पैसिफिक रीफ एक सच्चे जीवित कोरल रीफ की जटिल व्यवस्था है। चटख रंगों वाले टैंग्स और क्लाउनफिश यहाँ के पानी में तैरते हैं, जबकि हर्मिट क्रैब्स और घोंघे समुद्री तल पर रहना पसंद करते हैं। नेशनल ऐरियम, बाल्टिमोर में पैसिफिक कोरल रीफ कैम की मेजबानी की जाती है। बेहद दिलचस्प प्रदर्शनियों, शैक्षिक प्रोग्रामों और संरक्षणवादी गतिविधियों के जरिये नेशनल ऐरियम विश्व के समुद्री खजाने के संरक्षण की प्रेरणा देता है। एनिमल प्लेनेट का वर्ल्ड ऑफ द वाइल्ड हर सोमवार से शुक्रवार रात 8 बजे दर्शकों को लेकर जाएगा जानवरों के जीवन के बेहद अहम, परस्पर निर्भरता और वातावरण से रूबरू कराने की यात्रा पर।

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