वर्षा जल संग्रह एवं प्रबंधन (प्रशिक्षण निदेशिका)
सबको, साफ, स्वच्छ, सदा पानी के उद्देश्य के लिए काम कर रहा संगठन अर्घ्यम ने डेवलपमेंन्ट अल्टरनेटिव के साथ मिलकर वर्षा जल संग्रह एवं प्रबंधन (प्रशिक्षण निदेशिका) तैयार की है। यह प्रशिक्षण निदेशिका बुंदेलखंड के भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाई गयी है। बुंदेलखंड पिछले कई सालों से सूखे की चपेट में हैं। पिछले 3-4 सालों के अंदर ही सूखे की मार की वजह से चार सौ से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। जीविका के आधार खेत, चारागाह, जंगल वीरान होते जा रहे हैं। जंगल की बर्बादी से पानी के बचे-खुचे स्रोत भी समाप्त होते जा रहे हैं, और धरती की सतह की उपजाऊ भूमि लगातार बहती जा रही है। जिससे जमीन पथरीली होती जा रही है।
वर्षा जलसंग्रह एवं प्रबंधन (प्रशिक्षण निदेशिका) के माध्यम से यही कोशिश है कि बुंदेलखंड के लोग अपने इलाके में बरसे हुए हर बूंद की कीमत पहचानें और अपने देशी तौर-तरीकों, अपने पोखर, बावडी, कुएं आदि को जिंदा करें। निदेशिका में वर्षा जल संग्रहण के तरीकों को बहुत ही सरल शब्दों में समझाया गया है। कुआं गहरीकरण एवं पक्काकरण, फार्मपौन्ड/खेत तालाब तकनीक, मिट्टी के बांध/डाईक आदि जो बुंदेलखंड के परिस्थितियों के हिसाब से निदेशिका में प्रदर्शित किए गये हैं।
वर्षा जलसंग्रह एवं प्रबंधन (प्रशिक्षण निदेशिका)की मूल प्रति आप अटैचमेंट से डाउनलोड कर सकते हैं। 
 
