उत्तराखंड वन संपदा: प्राकृतिक सौन्दर्य का खजाना
उत्तराखंड, भारत का एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राज्य है, जिसे "देवभूमि" और "हिमालय की छाया" के रूप में जाना जाता है। यहाँ की वनस्पति और वन्यजीवों का महत्वपूर्ण हिस्सा है और उत्तराखंड वन संपदा इस प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना है।उत्तराखंड का वनस्पति और वन्यजीवों के लिए समृद्ध जीवनमंडल है, जिसमें बर्फीले पर्वतों से लेकर घने वनों तक कई प्रकार की पौधों और जानवरों के प्रजातियाँ मिलती हैं। उत्तराखंड के वन्यजीवों में बाघ, भालू, लेपर्ड, हिरन, बारहसिंह, और अन्य अनेक प्रजातियाँ शामिल हैं।
यहाँ की वन संपदा का संरक्षण महत्वपूर्ण है, और इसके लिए विभाग उत्तराखंड की जनता के साथ मिलकर कई प्रकार के प्रोजेक्ट्स चलाता है। उत्तराखंड में वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र, अभ्यरण्य, और वन्यजीव संरक्षण के लिए अनुशासन वन्यजीव अभियान (Project Tiger) जैसे कई प्रमुख पहलुओं पर काम करता है।उत्तराखंड की वन संपदा ने भारत और विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित किया है, और यहाँ की प्राकृतिक सौंदर्य का लुफ्त उठाने के लिए कई वन्यजीव संरक्षण क्षेत्रों को खोला गया है। उत्तराखंड के वन्यजीव और वनस्पति संरक्षण का जीवन मंत्र है और इसका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को भी इस प्राकृतिक धरोहर से जुड़े रहने का मौका दे सकें।
उत्तराखंड वन संपदा का संरक्षण केवल इस राज्य के ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विश्व के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो हमारे पास वन्यजीवों और प्राकृतिक सौंदर्य की अनमोल धरोहर को बचाने का मौका प्रदान करता है।