गंगा जल से यमुना निर्मल करने का फार्मूला

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प्रदूषण मुक्ति के लिये चार गुना ज्यादा गंगाजल छोड़े जाने का प्रस्ताव विचाराधीन

बल्देव रजवाह से यमुना में 150 क्यूसेक पानी आगरा को सीधे दिया जायेगा और अपर गंगा कैनाल से हिण्डन नदी के रास्ते करीब 500 क्यूसेक गंगाजल ओखला बांध के नीचे मथुरा के लिये लाया जा रहा है।

यमुना प्रदूषण मुक्ति की दिशा में एक बड़ी सफलता जल्द मिलने की उम्मीद है। परन्तु, यमुना में प्रवाह लाने के लिये यमुना जल से चार गुना ज्यादा गंगाजल प्रवाहित किया जायेगा। यह गंगाजल अपर गंगा कैनाल और निचली मांट ब्रांच गंगा नहर से यमुना की धारा में मिलाया जायेगा। जून तक इस कार्य में सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है। इससे यमुना में हल्का प्रवाह बनेगा, जिससे प्रदूषण से काफी हद तक निजात मिल सकेगी।

यमुना के अविरल प्रवाह के लिये यमुनोत्री से जल लाने की माँग लम्बे समय से चल रही है। एक नहीं अनेक आन्दोलन हो चुके हैं। केन्द्र और राज्य सरकार इस मुद्दे पर गम्भीर हैं। पिछले महीने ही मुख्यमन्त्री अखिलेश यादव ने जनपद आगमन पर यमुना में निर्मल जल प्रवाह का आश्वासन दिया था। इसके लिये उन्होंने 66 करोड़ से अधिक धनराशि भी दी।

अब यमुना जल को निर्मल बनाये रखने के लिये अपर गंगा कैनाल और निचली मांट ब्रांच गंगा नहर से करीब 650 क्यूसेक गंगा जल को यमुना की धारा में मिलाने का काम भी प्रारम्भ हो चुका है। अपर गंगा कैनाल से यमुना में 650 क्यूसेक गंगा जल लाने के अलग-अलग रास्ते बनाने का काम किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर सीमा में मांट ब्रांच की कोट स्केप से गंगा जल को हवालिया ड्रेन में होकर हिण्डन नदी में लाया जा रहा है।

हिण्डन नदी ओखला बैराज के डाउन में ग्रेटर नोएडा पर गंगा जल यमुना में डालेगी। अपर मांट ब्रांच खुर्जा के मील 53 से 128 मील तक मांट ब्रांच 150 क्यूसेक गंगा जल सीधे आगरा तक पहुँचाया जायेगा। इसके लिये नहरों की सिल्ट सफाई, पुलों की मरम्मत, पशु घाट, पटरियों की मरम्मत, बल्देव रजवाह हैड से 10 किमी तक लोगन और छिबरऊ माइनर में काम कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड के मैनेजर डीके मिश्र की मानें तो जून के बाद यमुना की धारा में चार गुना ज्यादा गंगाजल प्रवाहित होने लगेगा।

बल्देव रजवाह से आगरा को पानी

बल्देव रजवाह से यमुना में 150 क्यूसेक पानी आगरा को सीधे दिया जायेगा और अपर गंगा कैनाल से हिण्डन नदी के रास्ते करीब 500 क्यूसेक गंगाजल ओखला बांध के नीचे मथुरा के लिये लाया जा रहा है। निचली मांट ब्रांच खंड गंगा नहर की हरनौल स्केप में होकर पहले से ही यमुना में वृंदावन के ऊपरी भाग पर 150 क्यूसेक गंगा जल छोड़ा जा रहा है। अब यमुना में 800 क्यूसेक गंगा जल लगातार बहता रहेगा। ओखला बैराज से यमुना में 101 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है।

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