लुधियाना के बुड्ढा दरिया के प्रदूषण की पुलिस ने शुरू की जांच
जागरण संवाददाता, लुधियानाः बुड्ढा दरिया में फैल रहे प्रदूषण को लेकर अब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर ‘काले पानी दा मोर्चा’ पदाधिकारियों ने 29 अगस्त को पुलिस कमिश्नर को पीपीसीबी व सीईटीपी संचालकों पर लापरवाही बरते जाने की शिकायत देकर कार्रवाई करने की मांग की थी।
मंगलवार को मोर्चा ने दैसे ही दोबारा संघर्ष पर जाने की घोषणा की, पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए। मोर्चा की तरफ से दी गई शिकायत को एएसआइ स्तर के अधिकारी को जांच के लिए लगाया गया है। इस बाबत इस मैसेज शिकायतकर्ताओं को मिल गया है। यह पहली बार हो रहा है कि पुलिस मामले की जांच करेगी।
‘काले पानी दा मोर्चा’ पदाधिकारी इंजीनियर जसकिरत सिंह ने बताया कि उनका मोर्चा लगातार बुड्ढा दरिया प्रदूषण के कारण सतलुज दरिया का दूषित हो रहे पानी को लेकर काम कर रहा है। इस मुद्दे को लेकर उनकी तरफ से एक लिखित शिकायत पुलिस कमिश्नर लुधियाना को दी गई थी। इस शिकायत में बताया गया था कि प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण इंडस्ट्री है। हालांकि इंडस्ट्री की तरफ से पानी साफ करने के लिए सीईटीपी प्लांट को लगा रखा है, लेकिन इन सीईटीपी प्लांट के संचालक सही तरीके से काम नहीं कर रहे है।
दूषित पानी को बाईपास कर बुड्ढा दरिया में गिराया जा रहा है। इस काम में पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी भी बराबर के जिम्मेदार है। उन्हें प्रदूषण फैला रही इकाइयों की पूरी जानकारी है, इसके बावजूद वह कार्रवाई नहीं कर रहे है। इस शिकायत के बाद मामला लगभग शांत हो गया था। मोर्चा के दोबारा घोषणा के बाद अब उनके मोबाइल फोन पर मैसेज आया है। इस मामले की जांच को एएसआइ कमलजीत सिंह को सौंप दी है।
इधर... बुड्ढा दरिया को बचाने के लिए एक से लगेगा पक्का मोर्चा
बुड्ढा दरिया के कारण दूषित हो रहे सतलुज दरिया को बचाने के लिए काले पानी दा मोर्चा की तरफ से मंगलवार को नई घोषणा की गई है। एक अक्टूबर को सभी पर्यावरण प्रेमी फिरोजपुर पर मोर्चा के बैनर तले जुटेंगे। यहां पर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। यहां से पंजाब के लोगों को सतुलज बचाने के लिए साथ देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके बाद बुड्ढा दरिया में मिट्टी डालकर बहाव रोकने का फैसला लिया जाए। काले पानी दा मोर्चा 18 जून 2024 को लांच किया गया था। इस दिन घोषणा की गई थी कि सरकार लंबे समय से चल रहे सतलुज नदी में जहर घोलने का सिलसिला 15 सितंबर तक बंद कर दे। अगर ऐसा नहीं किया गया तो बुड्ढा दरिया में मिट्टी डालकर पानी के बहाव को सतलुज दरिया में जाने से रोक दिया जाएगा। पूरे पंजाब के पूर्ण समर्थन से लुधियाना में इस काले पानी से आजादी के लिए मार्च निकाला गया। 15 सितंबर तक का समय सरकार के पास था लेकिन पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व सरकार ने इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया। एक को फिरोजपुर रोड पर सभी एकजुट होंगे।