पानी से खिलवाड़ : ट्रायल में 3 मिनट भी नहीं टिक पाई 3 करोड़ खर्च कर बनी पानी की टंकी
हमारे देश में जल संकट दिनोदिन गहराता जा रहा है, पर सरकारी अमला इसके नाम पर खिलवाड़ और भ्रष्टाचार करने से बाज़ नहीं आ रहा है। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में सामने आया है। यहां करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई एक पानी की टंकी ट्रायल के दौरान ही धराशाई हो गई। हैरत की बात यह है कि 3 करोड़ में बनी यह टंकी ट्रायल में 3 मिनट भी नहीं टिक सकी।
पानी के नाम पर भ्रष्टाचार के इस शर्मनाक मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस मुद्दे पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं और गंभीर सवाल उठा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इस पानी टंकी का निर्माण जल जीवन मिशन के तहत कराया गया था। पर टंकी का निर्माण कार्य कुछ इस तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया कि टंकी ट्रायल तक पास नहीं कर पाई और चंद पलों में ही किसी गुब्बारे की तरह फट गई। यह टंकी क्षेत्र में बढ़ते जल संकट का समाधान करने और जलापूर्ति को सुधारने के लिए बनाई गई थी। जैसे ही टंकी का ट्रायल शुरू हुआ और टंकी में पानी भरा गया, देखते ही देखते एक जोरदार धमाके के साथ पानी की टंकी फट गई।
टंकी के इस तरह ध्वस्त होने से उसमें पानी चढ़ाने के लिए लगाया गया सोलर सिस्टम भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। साथ ही टंकी से निकला हुआ पानी आसपास के खेतों में बह गया जिससे खेतों में लगी फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। टंकी के आसपस करीब 10 बीघे में लगी फसलें खेतों में पानी भरने के कारण खराब हो गई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस टंकी का निर्माण 2022 में शुरू हुआ था और 2024 में यह टंकी बनकर तैयार हो गई थी। इसकी कुल लागत 3.15 करोड रुपये बताई गई है। इतनी मोटी रकम खर्च करने के बावजूद निर्माण कार्य इस कदर घटिया किया गया कि टंकी ट्रायल में ही धराशाई हो गई। गनीमत रही कि आस-पास कोई ग्रामीण नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। इस घटना से आहत ग्रामीणों ने ओवरहेड टैंक के निर्माण में घटिया सामग्री प्रयोग किए जाने और मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
जब इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने इस पर खूब कमेंट भी किया। एक यूजर ने लिखा कि पानी की टंकी कमजोर नहीं थी बल्कि पानी ही अधिक ताकतवर था। तो एक ने लिखा फिर तो अंग्रेज ही ठीक थे उनकी बनाई हुई चीज अभी भी मजबूत दिखाई देती हैं। एक ने लिखा भ्रष्टाचार का गुब्बारा एक झटके में फट गया। पर इसे भ्रष्टाचार कहा तो बुलडोजर तैयार खड़ा है। अगर मुंह खोला तो आएगा बुलडोजर। इस घटना पर कमेंट करने के साथ ही कुछ लोग पानी की व्यवस्था में हुए इस भ्रष्टाचार की जांच करा कर दोषियों से रकम वसूलने की मांग भी कर रहे हैं। लोग टंकी की गुणवत्ता और जल जीवन मिशन में हुए भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठा रहे हैं।