इंग्लैंड में जल प्रदूषण का संकट हाई: 2024 में रिकॉर्ड 2,487 घटनाएं दर्ज
15 अप्रैल 2025 को The Independent में प्रकाशित एक समाचार लेख ने इंग्लैंड में जल प्रदूषण की गंभीर स्थिति को उजागर किया। सर्फर्स अगेंस्ट सेवेज (SAS) की वार्षिक जल गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में जल प्रदूषण की 2,487 घटनाएं दर्ज की गईं, जो पिछले एक दशक में सबसे अधिक हैं। यह संख्या पर्यावरण एजेंसी (Environment Agency) द्वारा निर्धारित 40% कमी के लक्ष्य से दोगुनी है। इसके बजाय, प्रदूषण में 30% की वृद्धि हुई।
प्रदूषण की घटनाएं: 2024 में 2,487 जल प्रदूषण की घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2023 की तुलना में 30% अधिक हैं। यह पर्यावरण एजेंसी के 40% कमी के लक्ष्य के विपरीत है।
- बीमारी की रिपोर्ट: SAS के सेफर सीज एंड रिवर्स सर्विस ऐप के माध्यम से 1,853 बीमारी की शिकायतें दर्ज की गईं, औसतन प्रतिदिन पांच मामले। इनमें से 331 लोगों ने डॉक्टर से परामर्श किया, और 79% ने अपनी बीमारी को सीवेज प्रदूषण से जोड़ा।
- सीवेज स्पिल्स: स्टॉर्म ओवरफ्लो के कारण 2024 में 450,398 सीवेज स्पिल्स हुए, जो 2023 के 464,056 से कम हैं। हालांकि, स्पिल्स की अवधि 3,614,428 घंटे थी, जो 2023 के 3,606,170 घंटे से अधिक और रिकॉर्ड उच्च है।
- आर्थिक प्रभाव: इंग्लैंड और वेल्स में घरों के पानी के बिल में इस साल औसतन £86 की वृद्धि होगी। अगले पांच वर्षों में £157 की और वृद्धि की योजना है, जो £104 बिलियन के बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए है।
- सार्वजनिक प्रतिक्रिया: SAS के सर्वेक्षण के अनुसार, 27% वयस्कों ने अपने जल आपूर्तिकर्ता के कार्यों से नाराजगी के कारण बिल भुगतान रोकने पर विचार किया। केवल 33% का मानना है कि उनकी जल कंपनी प्रदूषण को समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
1. प्रदूषण में वृद्धि के कारण -
पुराना बुनियादी ढांचा: जल कंपनियों पर वर्षों से अपने ढहते बुनियादी ढांचे में निवेश न करने का आरोप है। स्टॉर्म ओवरफ्लो, जो भारी बारिश में सीवेज को नदियों और समुद्र में बहने से रोकने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, नियमित रूप से उपयोग हो रहे हैं, जो "असाधारण परिस्थितियों" में ही होना चाहिए।
- नियामक विफलता: पर्यावरण एजेंसी और ऑफवाट (Ofwat) के बजट में कटौती ने नियमों को लागू करने और जुर्माना लगाने की उनकी क्षमता को सीमित कर दिया है। परिणामस्वरूप, जल कंपनियां प्रदूषण को कम करने के लिए पर्याप्त प्रोत्साहन नहीं पा रही हैं।
- जलवायु परिवर्तन: बढ़ती बारिश की तीव्रता ने स्टॉर्म ओवरफ्लो को और अधिक बार ट्रिगर किया है, जिससे सीवेज नदियों और तटों में बह रहा है। यह जलवायु परिवर्तन के व्यापक प्रभावों को दर्शाता है।
- लाभ के लिए प्रदूषण: SAS के मुख्य कार्यकारी गाइल्स ब्रिस्टो ने कहा कि जल कंपनियां "लाभ के लिए प्रदूषण" को प्राथमिकता दे रही हैं, क्योंकि वे शेयरधारकों को अरबों पाउंड का भुगतान कर रही हैं, जबकि बुनियादी ढांचे में निवेश अपर्याप्त है।
2. प्रदूषण के प्रकार और स्रोत
2024 की SAS रिपोर्ट में विभिन्न प्रकार के जल प्रदूषण की पहचान की गई, जो मुख्य रूप से सीवेज डिस्चार्ज, औद्योगिक अपशिष्ट, और कृषि रनऑफ से उत्पन्न हुए। सीवेज-संबंधी प्रदूषण सबसे प्रमुख था, जिसमें स्टॉर्म ओवरफ्लो के कारण कच्चा सीवेज नदियों और तटों में प्रवेश कर रहा था। इसके अतिरिक्त, औद्योगिक अपशिष्टों में रासायनिक संदूषक, जैसे कि पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन और फार्मास्यूटिकल्स, शामिल थे, जो अपर्याप्त उपचार के कारण जल निकायों में पहुंच गए। कृषि रनऑफ ने नाइट्रेट और फॉस्फेट जैसे पोषक तत्वों को जल में मिलाया, जिससे यूट्रोफिकेशन और शैवाल ब्लूम की समस्या बढ़ी। ये प्रदूषण प्रकार न केवल जल की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं, बल्कि जलीय पारिस्थितिक तंत्र और मानव स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा करते हैं।
3. धातु और संदूषण के रूप
रिपोर्ट में भारी धातुओं और अन्य संदूषकों के कारण होने वाले जल प्रदूषण पर भी ध्यान दिया गया। औद्योगिक और सीवेज डिस्चार्ज से सीसा (lead), पारा (mercury), कैडमियम (cadmium), और आर्सेनिक (arsenic) जैसी भारी धातुएं जल निकायों में पाई गईं। ये धातुएं जैव संचय (bioaccumulation) के कारण मछलियों और अन्य जलीय जीवों में जमा हो रही हैं, जो खाद्य श्रृंखला के माध्यम से मानव स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, माइक्रोप्लास्टिक और पॉलीफ्लोरोअल्किल पदार्थ (PFAS), जिन्हें "हमेशा के लिए रसायन" कहा जाता है, भी जल में पाए गए, जो दीर्घकालिक पर्यावरणीय क्षति का कारण बनते हैं। इन संदूषकों की उपस्थिति जल उपचार प्रणालियों के लिए एक बड़ी चुनौती है और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम को बढ़ाती है।
4. माइक्रोप्लास्टिक की घटनाएं और कार्रवाई योजनाएं
SAS की 2024 रिपोर्ट में माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण की विशिष्ट संख्या स्पष्ट रूप से उल्लिखित नहीं है, लेकिन यह अनुमान लगाया गया है कि कुल 2,487 प्रदूषण घटनाओं में से लगभग 10-15% (लगभग 250-370 घटनाएं) माइक्रोप्लास्टिक से संबंधित हो सकती हैं, क्योंकि ये सीवेज और औद्योगिक अपशिष्टों में व्यापक रूप से मौजूद हैं। माइक्रोप्लास्टिक, जो 5 मिमी से छोटे प्लास्टिक कण हैं, मुख्य रूप से कॉस्मेटिक्स, कपड़ों से माइक्रोफाइबर, और प्लास्टिक कचरे के टूटने से उत्पन्न होते हैं। ये नदियों, समुद्र तटों, और समुद्री जीवों में पाए गए हैं, जो जैव संचय के माध्यम से खाद्य श्रृंखला को प्रभावित करते हैं। सभी प्रदूषण प्रकारों, जिसमें माइक्रोप्लास्टिक, भारी धातुएं, और सीवेज शामिल हैं, से निपटने के लिए जल कंपनियों ने £12 बिलियन के निवेश की योजना बनाई है, जो 2030 तक स्टॉर्म ओवरफ्लो स्पिल्स को आधा करने पर केंद्रित है। इसके अतिरिक्त, SAS ने माइक्रोप्लास्टिक को कम करने के लिए सख्त नियमों, जैसे कि कॉस्मेटिक्स में माइक्रोबीड्स पर प्रतिबंध और एकल-उपयोग प्लास्टिक पर कर, की वकालत की है। पर्यावरण एजेंसी भी उन्नत निस्पंदन सिस्टम और औद्योगिक डिस्चार्ज की निगरानी को बढ़ावा दे रही है, लेकिन आलोचकों का कहना है कि ये उपाय धीमे और अपर्याप्त हैं।
5. पर्यावरण और स्वास्थ्य पर प्रभाव -
जल निकायों का क्षरण: नदियों, झीलों और तटों में सीवेज, भारी धातुओं, और माइक्रोप्लास्टिक का रिकॉर्ड स्तर जलीय पारिस्थितिक तंत्र को नष्ट कर रहा है। मछलियां और अन्य जलीय जीव विषाक्त पदार्थों के संपर्क में हैं, जिससे जैव विविधता में कमी आ रही है।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट: 1,853 बीमारी की शिकायतें, जिनमें से 79% सीवेज प्रदूषण से जुड़ी हैं, एक उभरते स्वास्थ्य संकट का संकेत देती हैं। स्विमिंग, सर्फिंग, और अन्य जल गतिविधियों में भाग लेने वाले लोग बैक्टीरिया, वायरस, भारी धातुओं, और माइक्रोप्लास्टिक के संपर्क में हैं।
- आर्थिक नुकसान: प्रदूषित समुद्र तट पर्यटन को प्रभावित कर सकते हैं, विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में, जहां स्वच्छ समुद्र तट आर्थिक गतिविधि के लिए महत्वपूर्ण हैं। 6. सार्वजनिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया - सार्वजनिक आक्रोश: 27% वयस्कों का बिल भुगतान रोकने पर विचार करना जल कंपनियों में विश्वास की कमी को दर्शाता है। केवल 33% का मानना है कि कंपनियां प्रदूषण को संबोधित करेंगी, जो एक गहरे विश्वास संकट को दर्शाता है।
- राष्ट्रीयकरण की मांग: कुछ लोगों ने, जैसे कि X पर @bobrmitchell, जल कंपनियों के राष्ट्रीयकरण की मांग की है, यह तर्क देते हुए कि निजीकरण ने इस संकट को जन्म दिया है। - नियामक सुधार: SAS और अन्य अभियान समूह जल उद्योग में "परिवर्तनकारी सुधार" की मांग कर रहे हैं। वे एक ऐसे सिस्टम की वकालत कर रहे हैं जो सार्वजनिक स्वास्थ्य और ग्राहक मूल्य को प्राथमिकता दे।
चलते-चलते सर्फर्स अगेंस्ट सेवेज (Surfers Against Sewage - SAS) के बारे में जान लेते हैं -
सर्फर्स अगेंस्ट सेवेज (Surfers Against Sewage - SAS) एक ब्रिटेन स्थित पर्यावरण संगठन है, जिसकी स्थापना 1990 में समुद्री प्रदूषण के खिलाफ एक स्थानीय आंदोलन के रूप में हुई थी। यह संगठन अब एक राष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली जल और समुद्री संरक्षण संगठन बन चुका है, जो समुद्र, तटीय क्षेत्रों और आंतरिक जल स्रोतों को प्रदूषण से बचाने के लिए काम करता है। SAS प्लास्टिक प्रदूषण, कच्चे सीवेज डिस्चार्ज, जल गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन और सामुदायिक भागीदारी जैसे मुद्दों पर अभियान चलाता है। यह संगठन सार्वजनिक चेतना बढ़ाने, नीति में सुधार लाने, और जल स्रोतों की रक्षा के लिए डेटा-संचालित रिपोर्टों, एडवोकेसी और ग्रासरूट आंदोलन का सहारा लेता है।
संदर्भ -
1 - [2,487 water pollution incidents recorded in 2024, say campaigners | The Independent]
2 - [2,487 water pollution incidents recorded in 2024, say campaigners | The Standard
3 - [Water pollution across UK surged by nearly a third and highest in decade | The Independent
4 - X posts from @bobrmitchell, @OxanaNetwork, and others, reflecting public sentiment on water pollution.