बलकिशन कौमर्या
बलकिशन कौमर्या उत्तर बस्तर (कांकेर) से एक विकासकर्मी हैं, जिनके पास छह साल का जमीनी अनुभव है। गोंड समुदाय से आने वाले बलकिशन, वर्तमान में प्रदान (PRADAN) संस्था के साथ मिलकर आदिवासी अधिकारों पर काम कर रहे हैं, खासकर वन अधिकार अधिनियम (FRA) और पेसा कानून (PESA) से जुड़े मुद्दों पर।
वे बुलटू रेडियो से भी जुड़े रहे हैं — एक ऐसा सामुदायिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जो मोबाइल फोन के ज़रिए स्थानीय आवाज़ों को साझा करता है। बलकिशन का मानना है कि असली संचार वही है जिसमें समुदाय अपनी बात खुद कह सके।
RTI कार्यकर्ता के रूप में वे पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देते हैं। खाली समय में बलकिशन गांव-गांव जाकर आदिवासी पहचान, संस्कृति और शिक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने का काम करते हैं।