भोपाल के बड़े तालाब का 25 फीसदी हिस्सा गायब
बड़ा तालाब छोटा होता जा रहा है। भोपाल में भैंसाखेड़ी से लेकर कमला पार्क होते हुए भदभदा तक फैले तालाब का दायरा घटता जा रहा है। पिछले 30 सालों की सैटेलाइट इमेज की तुलनात्मक स्टडी से साफ पता चलता है कि तालाब के दायरे में 25.6 फीसदी की कमी आई है। खास तौर से रातीबड़ और सीहोर की तरफ तालाब के एरिया में तेजी से कमी आई है। यानी इस तरफ बड़े तालाब के आसपास और कैचमेंट में तेजी से अवैध निर्माण हुए हैं। इन अवैध निर्माणों में ज्यादातर नेताओं और अफसरों के हैं।
सरकारी रिकॉर्ड और सैटेलाइट इमेज में अंतर
रकारी रिकॉर्ड के अनुसार बड़े तालाब का एरिया 36 वर्ग किमी है और कैचमेंट इससे दस गुना से भी अधिक यानी 361 वर्ग किमी है। लेकिन सैटेलाइट इमेज बता रही हैं कि तालाब का एरिया घटकर 29.6 वर्ग किमी रह गया है। साल 1990-91 तक बड़े तालाब के कैचमेंट ही नहीं बल्कि आसपास के पूरे इलाके में खेती होती थी। साल 2000 के आसपास बैरागढ़ क्षेत्र में तालाब के आसपास निर्माण शुरू हुए। उस समय बिशनखेड़ी क्षेत्र में गिने-चुने फार्म हाउस हुआ करते थे। ये धीरे-धीरे बढ़ते चले गए।
सीमांकन-संरक्षण का सुप्रीम आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में सभी राज्य सरकारों को वेटलैंड रुल्स-2017 का पालन करते हुए वेटलैंड के सीमांकन और संरक्षण का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 11 दिसंबर 2024 को दिए अपने आदेश में सभी हाईकोर्ट को अपने यहां न्यायालय मित्र (एमिकस) की नियुक्ति कर इस मामले में स्वतः संज्ञान लेने को कहा है। कम से कम भोपाल में तो इस पर कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है।
निगम सीमा में ही तालाब से 50 मीटर के दायरे में 1300 से ज्यादा निर्माण, सीमा से बाहर बेहिसाब
1995 के स्तर से 10.2 वर्ग किमी घटा
गूगल अर्थ की मदद से ली गई सैटेलाइट इमेज के आधार पर तालाब के क्षेत्रफल को नापने पर पता लगता है कि साल 1995 में 39.8 वर्ग किमी था। साल 2000 में यह 38.1 वर्ग किमी हो गया था।
2010 में 33.5 वर्ग किमी था
2010 में जो तालाब 33.5 वर्ग किमी का था वह साल 2025 में घटकर 29.6 वर्ग किमी रह गया है। साल 2016 में कराए गए डीजीपीएस सर्वे में बड़े तालाब का एरिया 38.72 वर्ग किमी था।
चिंताजनक...ज्यादा बारिश के बाद भी कम हो रहा एरिया
• साल 2015 में बड़ा तालाब 35.4 वर्ग किमी था, जबकि उस साल औसत से 8% कम बारिश हुई थी। साल 2024 में औसत से 20% अधिक बारिश हुई।
• अच्छी बारिश के बावजूद 2025 की शुरुआत में ही तालाब 29.6 वर्ग किमी रह गया है। दस साल में इस इलाके में निर्माण में बहुत तेजी आई है।
• हालत यह है कि जो बड़ा तालाब पहले सड़क से नजर आता था, अब उसके पास जाना भी संभव नहीं है। पूरे इलाके में तेजी से अवैध निर्माण हो रहे हैं।
ऐसे बढ़ रहा है अवैध निर्माण
साल 2000 के आसपास इंटखेड़ी में सिर्फ 2.1 वर्ग किमी ही निर्माण था जो 2023 तक बढ़कर 15.4 वर्ग किमी हो गया और 2025 में यह 18 वर्ग किमी है। यहां करीब 175 हेक्टेयर में अवैध निर्माण हैं। निगम सीमा में 1300 से ज्यादा अवैध निर्माण तो 50 मीटर के दायरे में ही हैं।