आजकल बाढ़ प्राकृतिक होने की बजाय मानव निर्मित ज्यादा दिखाई देने लगी है। बाढ़ से बचने के लिए हमें नदियों के जल-भराव, भंडारण, पानी को रोकने और सहेजने के परंपरागत ढांचों को फिर से खड़ा करना होगा। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पेड़ों को कटने से बचाना तथा नए पेड़ लगाना होगा। यही पेड़ पानी को स्पंज की तरह सोखकर रखते हैं। हमें मिट्टी-पानी के संरक्षण वाली जैविक खेती की ओर बढ़ना चाहिए क्योंकि रासायनिक खेती से मिट्टी की जलधारण क्षमता कम हो जाती है। ऐसे उपायों को अपनाएंगे तभी बाढ़ नियंत्रण हो पाएगा।