म्लानि बिंदु - मृदा की आर्द्र अवस्था जिसमें पादपों की जड़ों में इतनी कम मात्रा में जल पहुंचता है कि उससे वाष्पोत्सर्जन से होने वाली आर्द्र क्षति की पूर्ति नहीं की जा सकती। मृदा की वह नमी जिसमें पादप म्लान पड़ जाते हैं और पुन : स्फीति नहीं हो सकती। इसे म्लानि गुणांक या स्थायी म्लानि बिंदु भी कहा जाता है।