लेख

गंगा का दर्द

गंगा सेवा मिशन


भारत को ज्ञान दृष्टि देने वाला देश माना जाता है अवतारों का देश, तीर्थों का देश ऋष-मुनियों का देश, देवों का देश, धर्म पर चलने वाले लोगों का देश और गंगा इसी भारत भूमि की प्राणदात्री शक्ति है, पुण्य देने वाली गंगा जिन्हें महाराज भगीरथ और उनकी पांच पीढ़ियों ने घोर तपस्या करके साठ हजार पूर्वजों को मुक्ति दिलाने के लिए पृथ्वी पर अवतरित किया जिसके वेग को मानव तो क्या देवता भी नहीं सहन कर सकते थे।सृष्टि के कल्याणकारी देव महादेव ने अपने जटाओं में गंगा को धारण कर हिमालय के गोद में उतारा ताकि आने वाली मनु संतति भी जीवन से लेकर मोक्ष तक की यात्रा निर्बाध रूप से कर सके लेकिन आज मानव जाति उसी मोक्ष दायिनी गंगा का अस्तित्व समाप्त करने में लगे हैं।

गंगा का दर्द, भाग -2

गंगा का दर्द, भाग -3

गंगा का दर्द, भाग -4

गंगा का दर्द, भाग -5

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