पर्यावरण वैज्ञानिक प्रो. एस.पी.राय ने कहा कि इस जीवमंडल में मनुष्य के साथ—साथ अन्य जीव, पौधे और जंतुओं को जीने का उतना ही अधिकार है जितना मनुष्य को है। यदि अब भी प्रकृति के साथ तालमेल नहीं बिठाते हैं या प्राकृतिक संसाधनों का अतिदोहन बंद नहीं करते हैं तो मानव जाति का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।