लेख

तालाबों का गाँव

आशीष तिवारी

महोना गाँव में अधिक आबादी होने के कारण यहाँ तालाबों की संख्या भी अन्य गाँवों की अपेक्षा सबसे ज्यादा है। कहावत है कि यहाँ हर बिरादरी के नाम से उनके मोहल्ले में एक तालाब है जिसमें लोग अपना पानी छोड़ते हैं। हर घर से एक-न-एक तालाब आपको जरूर दिखेगा। गाँव के लोगों के लिये ये गर्व की बात है कि उनका इकतौला ऐसा गाँव है जहाँ पर इतने तालाब हैं। गाँव का हर शख्स इस बात की कोशिश में लगा रहता है कि वह अपनी इस विरासत को बचाए रखे।

गाँव में हर मोहल्ले में एक बड़ा तालाब होने के कारण और उसमें साल भर पानी भरे रहने के कारण गाँव का वाटर लेबल मात्र 15 फिट पर है। यही वजह है कि इस पूरे इलाके में खेती भी बेहतर होती है।
जितना पुराना महोना का इतिहास है उतना ही पुराना इतिहास यहाँ के तालाबों का है।
महोना ऐसा गाँव है जहाँ अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी हुए।
गर्मियों के मौसम में अगर गरीबों का सबसे हमदर्द है तो ये तालाब ही है।
भीषण गर्मी में जब पक्की दीवालों की गर्मी बर्दाश्त नही होती तब इन तालाबों के किनारे लगे पेड़ों के नीचे चारपाई डालकर जन्नत का मजा मिलता है।
वह चाहते हैं कि उनका गाँव पर्यटन के नक्शे पर आये लेकिन सरकारी प्रयासों को देखते हुए ऐसा नहीं लगता है कि इस गाँव को यह दर्जा मिल सकेगा।

थोड़ा सुधार हो जाये तो बात बने

गाँव के अन्दर बने तालाबों में नगर पंचायत द्वारा कोई सफाई से जुड़ा कार्य नहीं करवाया जाता। उन्होंने बताया कि अगर नगर पंचायत द्वारा इन तालाबों के चारों तरफ बाउंड्री वाल बनाकर रखा जाये तो और भी सुन्दरता बढ़ जाएगी।

गोमती का इलाका लेकिन तालाबों की कमी

अवैध तालाबों पर कब्जे को लेकर प्रशासन ने फटकार भी लगाई

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