संघर्ष और विवाद

तरुण भारत संघ

Author : कन्हैया लाल गुर्जर, मौलिक सिसोदिया

‘तरुण भारत संघ’ ने पिछले 25 वर्षों में देशभर में दस हजार से ज्यादा जोहड़-तालाब बनवाये हैं। इस संगठन के कार्यकर्ताओं ने समुदायों को सचेत करके जल की समझ बढ़ाकर और उन्हें जल सहेजने वाले कार्यों में जोड़कर तथा जल संरक्षण व जल के अनुशासित उपयोग के संस्कार बनाकर और कम पानी में पैदा होने वाले अन्न उत्पादन को बढ़ावा देकर सात नदियों को पुनर्जीवित किया है।

‘तरुण भारत संघ’ ने राजस्थान के हजारों गांव, जो बेपानी होकर उजड़ गये थे, उनका पुनर्वास किया है। उनकी लाचारी-बेकारी व बीमारी मिटाने का काम किया है। ‘तरुण भारत संघ’ नदियों का अतिक्रमण हटाने हेतु सरकारों से नदियों की भूमि का सीमांकन करवाने में जुटा है।

यह संगठन नदियों से प्रदूषण रोकने हेतु सामुदायिक प्रदूषण मापन करके समाज-संत व राज्य की जिम्मेदारी बताने में, नदियों का पर्यावरणीय प्रवाह सुनिश्चित करने हेतु भूजल शोषण रोकने में तथा रिज से वैली सिद्धांत की पालन करके भूजल पुनर्भरण करने में लगा है।

इस संगठन ने अभी तक 144 नदियों की चेतना यात्राएं आयोजित की हैं। इस संगठन का दूसरा नाम नदियों को पुनर्जीवित करने वाला संगठन भी है। यह भारत में नदी पुनर्जीवित बनाने वाला संगठन माना जाता है।

राजेन्द्र सिंह

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